जुमा अलविदा आज, आगरा में ड्रोन से होगी निगरानी, सुरक्षा को कड़ी तैयारी
- आगरा में जुमा अलविदा की नमाज के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ड्रोन से नजर रखेगी। मिश्रित आबादी क्षेत्रों में एलआईयू को सक्रिय किया गया है। पुलिस को सख्त निर्देश हैं किसी भी प्रकार की नई परंपरा शुरू नहीं होनी चाहिए।

आगरा में जुमा अलविदा की नमाज के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ड्रोन से नजर रखेगी। मिश्रित आबादी क्षेत्रों में एलआईयू को सक्रिय किया गया है। पुलिस को सख्त निर्देश हैं किसी भी प्रकार की नई परंपरा शुरू नहीं होनी चाहिए। पुलिस को निर्देश हैं कि नमाज के समय एसीपी, थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी सड़क पर रहेंगे। इस्लामिया लोकल एजेंसी ने समाज के लोगों से पहले ही आग्रह किया है कि दूर दराज से लोग जामा मस्जिद नहीं आएं। अपने घरों के पास स्थित मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करें।
पिछले दिनों थाने-चौकियों में शांति कमेटी की बैठकों का दौर भी चला था। पुलिस ने बैठकों में समाज के संभ्रांत लोगों से आग्रह किया था कि सभी मस्जिदों में नमाज अदा की जाए। सभी लोग जामा मस्जिद आएंगे तो मस्जिद में जगह नहीं रहेगी। नमाज मस्जिद के अंदर ही होनी है। पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड ने बताया कि सुलहकुल की नगरी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। ड्रोन से नजर रखी जाएगी। सभी मस्जिदों के आस-पास फोर्स लगाया गया है। यातायात पुलिस भी तैनात रहेगी। कुछ जगह बैरियर लगाए जाएंगे। जाम नहीं लगे।
पुलिस को यह भी बताया गया है। जामा मस्जिद पर पुलिस-पीएसी तैनातः जामा मस्जिद के आस-पास पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है। शहरभर में मिश्रित आबादी क्षेत्र में सुबह से ही पुलिस सक्रिय रहेगी। सोशल मीडिया सेल को भी सक्रिय किया गया है। पुलिस को सख्त हिदायत दी गई है कि भड़काऊ मैसेज वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जाएगी
प्रशासन ने सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखने और किसी भी नई परंपरा को न होने देने के निर्देश दिए हैं। पुलिस लाइन सभागार में हुई बैठक में जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और अपर पुलिस आयुक्त संजीव त्यागी ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अपर पुलिस आयुक्त ने कहा कि अराजकतत्वों पर पैनी नजर रखी जाएगी। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने या उसे फॉरवर्ड करने पर कार्रवाई होगी। डीजे की ध्वनि सीमित रखने और आपत्तिजनक गानों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पर्वो को सीसीटीवी निगरानी में संपन्न कराया जाएगा। धर्मगुरुओं और समाज के जिम्मेदार नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की गई।