यूपी में पांच साल की बच्ची से हैवानियत, धर्मस्थल में ले जाकर रेप, दर्द से चिल्लाई तो दबा दिया मुंह
यूपी के आगरा में घर के बाहर खेल रही पांच वर्षीय बच्ची को उसका पड़ोसी बहला-फुसलाकर एक धर्मस्थल में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची की चीखें सुनकर पहुंची दादी को धक्का देकर दरिंदा भाग निकला।

यूपी के आगरा में घर के बाहर खेल रही पांच वर्षीय बच्ची को उसका पड़ोसी बहला-फुसलाकर एक धर्मस्थल में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची की चीखें सुनकर पहुंची दादी को धक्का देकर दरिंदा भाग निकला। शोर सुनकर आसपास के लोग जुट गए और आरोपित को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन पुलिस ने मानसिक विक्षिप्त होने का हवाला देकर उसे छोड़ दिया। दूसरे दिन मुकदमा दर्ज किया गया। बच्ची के कोर्ट में बयान के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर 26 मई को जेल भेज दिया। अब यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मामला जगदीशपुरा क्षेत्र का है। बच्ची की दादी ने बताया कि घटना 18 मई की है। बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। पड़ोस का रहने वाला बच्ची को बहला कर धर्मस्थल में ले गया। वहां उसने दुष्कर्म किया। बच्ची चिल्लाई तो उसका मुंह दबा दिया। आवाज सुनकर उसकी दादी पहुंच गई। आरोपित ने दादी को धक्का मारा और भागने लगा। उन्होंने शोर मचाया तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद आरोपित को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
बच्ची ने पुलिस के सामने आपबीती बताई। उसी रात पुलिस ने आरोपित को मानसिक विक्षिप्त मानते हुए छोड़ दिया। बाद में बच्ची के कोर्ट में बयान कराए गए, जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित पवित्र उर्फ पम्मी को गिरफ्तार किया। सोमवार को उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस और परिजनों का अलग-अलग कथन
एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि बच्ची के परिजनों ने घटना के दिन सिर्फ छेड़छाड़ का मामला बताया था। आरोपित मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया था। बच्ची के बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित को पुनः गिरफ्तार कर सुसंगत धाराओं में जेल भेज दिया गया है। दूसरी तरफ, बच्ची के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जानबूझकर आरोपित को छोड़ा था। आरोपित मानसिक रूप से विक्षिप्त नहीं है।