जौनपुर ट्रिपल मर्डर आरोपी बसपा पूर्व जिलाध्यक्ष दामाद संग पकड़ा, बेटे समेत तीन फरार
यूपी में जौनपुर के जफराबाद थाना क्षेत्र के नेवादा अंडरपास के समीप सोमवार की रात में हुए ट्रिपल मर्डर में कुल पांच आरोपियों के होने की जानकारी पुलिस को मिली है, जिसमें से दो नामजद पलटू राम नागर और उसका दामाद पकड़ा जा चुका है।

यूपी में जौनपुर के जफराबाद थाना क्षेत्र के नेवादा अंडरपास के समीप सोमवार की रात में हुए ट्रिपल मर्डर में कुल पांच आरोपियों के होने की जानकारी पुलिस को मिली है, जिसमें से दो नामजद पलटू राम नागर और उसका दामाद पकड़ा जा चुका है। एक नामजद पलटूराम का पुत्र गोलू फरार है। इसके अलावा भी दो अन्य लोगों के नाम की जानकारी पुलिस को हुई है। हालांकि अभी पुलिस इसपर काम कर रही है। पुलिस का दावा है कि काफी चीजें पता चली हैं। जल्दी ही घटना का खुलासा होगा। घटना का खुलासा करने और आरोपियों की गिरफ्तारी में कॉल डिटेल प्रमुख आधार बनेगी।
मोहम्मदपुर कांध गांव के निवासी लालजी और उनके दो पुत्रों गुड्डू तथा यादवर की उनके कारखाने में हथौड़े से मारकर हत्या कर दी गयी थी। मामले में मृतक गुड्डू की पत्नी सरिता ने जगदीशपुर निवासी पलटू राम नागर उनके पुत्र बेटू तथा दामाद नागमणि चौधरी और पुत्र अरविंद उर्फ गोलू के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया है। कुछ अज्ञात आरोपी भी हैं। पुलिस से मिली जानकारी की मानें तो इस पूरी घटना का मुख्य आरोपी गोलू है। उसने ही अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। पलटू और पलटू का दामाद नागमणि भी सहयोगी के रूप में रहे हैं। गोलू ने और किन किन लोगों का सहयोग लिया इसकी पुष्टि में पुलिस लगी हुई है।
सुल्तानपुर में जौनपुर पुलिस की दबिश
घटना के बाद एसपी डॉ. कौस्तुभ ने कुल आठ टीमों का गठन किया है। टीमें अलग अलग स्थानों पर दबिश दे रही हैं। मंगलवार को दिन में और रात में पुलिस की दो टीमों ने सुल्तानपुर में भी दबिश दिया। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी भी वहीं से पकड़े गए। ऐसे में आशंका है कि गोलू भी वहीं किसी रिश्तेदार के यहां छिपा है। सीओ देवेश सिंह ने कहा कि घटनास्थल पर देखने से लगा कि घटना रात 12 बजे से पहले की है। हालांकि इसकी पुष्टि तभी होगी जब डीवीआर मिलेगा। गोलू की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। कॉल डिटेल आदि से भी जांच की जा रही है। पुलिस आरोपी के काफी करीब तक पहुंच चुकी है। बताया कि घटना में तीन से अधिक लोग ही थे। वे कौन कौन थे यह पता किया जा रहा है।
कभी एक एक दूसरे पर छिड़कते थे जान
नेवादा अंडरपास के समीप स्थित वर्कशाप में रविवार की रात के समय महमदपुर कांध गांव निवासी लालजी और उनके दो पुत्रों गुड्डू व यादवीर की निर्मम हत्या में बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पलटू राम नागर और उसके परिवार के लोगों का नाम आया है। इस घटना के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि पलटू राम ओर गड्डू का परिवार कभी एक दूसरे के लिए जान छिड़कते थे। एक किरायेदारी के विवाद में ऐसा ठना कि एक पक्ष दूसरे के जान का दुश्मन बन गया।
क्षेत्र के लोग कहते हैं कि कभी दोस्ती होने पर यह साथ में भोजन किया करते थे। बाद में यह जान के दुश्मन बन गए। कभी पलटूराम और लालजी एक दूसरे के घर पड़ने वाले मांगलिक कार्यक्रमों में परिवार सहित शामिल होते थे। बताते हैं कि पलटूराम की मृतक के गांव से कुछ दूर पर स्थित उत्तरगांवा में ससुराल है। आठ वर्ष पहले लालजी के पौत्र से पहले बरही कार्यक्रम में पलटूराम नागर पत्नी के साथ शामिल हुए थे।
दर्ज कराया था मुकदमा
2018 में पलटू राम निषाद ने लालजी व उनके तीनों पुत्रों जिलाजीत, गुड्डू व धर्मवीर उर्फ यादबीर पर दुराचार और षड्यंत्र करने का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में गुड्डू पर दुराचार का मुकदमा था। बाकी लालजी व अन्य दोनों के ऊपर भी घटना में शामिल होने का आरोप था। मृत लालजी की पत्नी प्रभावती देवी ने कहा कि 2017 में अपने पुत्र की शादी में पलटू ने लालजी से काफी रुपये उधार लिए थे। उसी पैसे के मांगने पर दोनों पक्ष में काफी विवाद हुआ था।