यूपी में बारिश और बिजली गिरने से भारी तबाही, 22 की मौत, फसलों को भी नुकसान
- यूपी में बारिश और बिजली गिरने ने भारी तबाही मचाई। बारिश और बिजली गिरने से प्रदेशभर में 22 लोगों की जान चली गई। खराब मौसम से लखनऊ में कई उड़ानें तय समय से लेट हुईं।
उत्तर प्रदेश में गुरुवार को तेज आंधी के साथ हुई मूसलाधार बारिश और वज्रपात ने भारी तबाही मचाई। इसका सबसे अधिक असर 11 जिलों में रहा। इस दौरान 22 व्यक्तियों के मरने की सूचना है और फसलों की क्षति भी हुई। बिजली गिरने से फतेहपुर,आजमगढ़ में तीन-तीन, फिरोजाबाद, कानपुर देहात व सीतापुर में दो-दो, गाजीपुर, गोण्डा, अमेठी, संतकबीरनगर व सिद्धार्थनगर में एक-एक और आंधी-तूफान से बलिया, कन्नौज, बाराबंकी, जौनपुर और उन्नाव में एक-एक की मौत हुई है।
सुलतानपुर में सबसे अधिक बारिश: प्रदेश में गुरुवार को सुलतानपुर में सबसे अधिक 25.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। बाराबंकी में 24.8 और गाजीपुर में 22.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। बाराबंकी में दिन का तापमान 11.1 डिग्री नीचे आ गया। लखनऊ में बारिश ने दी गर्मी से राहत:लखनऊ में बारिश ने बढ़ती गर्मी से राहत दी। यहां 1 3.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई और पारे में 11.3 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई। राजधानी में अधिकतम तापमान 25.9 डिग्री दर्ज किया गया। आंधी-पानी ने कई पेड़ों को भी उखाड़ फेंका। जिससे कई जगह जाम लगा।
उड़ानों पर भी पड़ा असर: लखनऊ में खराब मौसम से अहमदाबाद से लखनऊ और बेंगलुरु से लखनऊ फ्लाइटों को डायवर्ट कर दिया गया। कई उड़ानें तय समय से लेट हुईं।
क्षति का आकलन करते हुए तुरंत रिपोर्ट देने का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने जिलाधिकारियों को फसलों की क्षति का आकलन करते हुए तुरंत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। इसके आधार पर किसानों को क्षतिपूर्ति दी जाएगी। प्रदेश में गुरुवार की भोर से आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई। इसके चलते चारों तरफ अंधेरा फैल गया और जो जहां था वहीं पर फंस गया। आंधी-तूफान की चपेट में इंसानों के साथ जनवर भी आए हैं। राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा प्रदेशभर से इसकी रिपोर्ट मांगी गई। आंधी-तूफान और बारिश का आसर प्रदेश के 36 जिलों रहा है। इसीलिए वास्तिक मौतों की रिपोर्ट राहत आयुक्त कार्यालय में नहीं आ पाई है।