‘प्रेरित करते हैं डॉ. आंबेडकर के मंत्र
Varanasi News - वाराणसी में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. राजेश रंजन ने डॉ. आंबेडकर के संघर्ष और भारत के संविधान निर्माण पर प्रकाश...
वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में शनिवार को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में संगोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि केंद्रीय बौद्ध विद्या संस्थान चोगलमसर लेह लद्दाख के कुलपति प्रो. राजेश रंजन ने कहा कि डॉ. आंबेडकर एक महान नेता थे जिन्होंने सामाजिक अन्याय और जातिवाद के खिलाफ संघर्ष किया और भारत के संविधान का निर्माण किया। उनके तीन मूलमंत्र ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो आज भी हमें प्रेरित करते हैं।
योगसाधना केंद्र में श्रमण विद्या संकाय की तरफ से आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता नव नालंदा महाविहार के पूर्व कुलपति प्रो. रामनक्षत्र प्रसाद ने पूना पैक्ट की चर्चा करते हुए बताया कि संविधान शिल्पी डॉ. आंबेडकर ने आरक्षण वंचितों और गरीबों के उत्थान के लिए आवश्यक बताया था। अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि डॉ. आंबेडकर स्वयं एक विचार हैं। कुलपति ने कहा कि आज हनुमान जयंती भी है जिन्होंने त्रेतायुग में प्रकृति और मानवता की रक्षा के लिए कार्य किया। ऐसे में डॉ. आंबेडकर के प्रति समर्पित विचार सभी आत्मसात करें। स्वागत संकाय प्रमुख प्रो. रमेश प्रसाद और संचालन डॉ. रविशंकर पांडेय किया। इस दौरान प्रो. हरिशंकर पाण्डेय, प्रो. दिनेश कुमार गर्ग, प्रो. विद्या कुमारी, डॉ. इन्द्र भूषण झा, मधुसूदन मिश्र, डॉ विजेंद्र कुमार आर्य, बौद्ध भिक्षुओं के साथ विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।