उत्तराखंड के इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रोन उड़ाना बैन, शादियों में इस्तेमाल पर भी होगा ऐक्शन
चंपावत डीएम नवनीत पांडे ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत अगले आदेशों तक शादी समारोह, सामाजिक आयोजन, निजी उपयोग या किसी भी अन्य प्रयोजन के लिए ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद उत्तराखंड में इंटरनेशनल बॉर्डर एरिया पर ड्रोन के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है। ड्रोन के इस्तेमाल पर सख्ती की जा रही है। ड्रोन से शादियों में भी फोटो या फिर वीडियोग्राफी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से वार्निंग देते हुए कहा कि अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।
दूसरी ओर, उत्तराखंड के देहरादून, उधमसिंहनगर, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत आदि जिलों में पुलिस-प्रशासन की ओर से संवदेनशील और अति-संवेदनशील इलाकों में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के चम्पावत जिले की संवेदनशील भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) की गाइडलाइन के अनुसार ‘नो ड्रोन फ्लाई जोन’ घोषित किया जा चुका है।
डीजीसीए की सख्त गाइडलइान के बाद अब शादियों में भी ड्रोन को उड़ाया नहीं जा सकेगा। प्रशासन की बात मानें तो इंटरनेशनल बॉर्डर से लगे होने की वजह से यह कड़ा फैसला लिया गया है। चंपावत डीएम नवनीत पांडे ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत अगले आदेशों तक शादी समारोह, सामाजिक आयोजन, निजी उपयोग या किसी भी अन्य प्रयोजन के लिए ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
चंपावत एसपी अजय गणपति ने बताया कि डीजीसीए के निर्देशों के अनुसार रेड जोन एवं बॉर्डर क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। कहा कि नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने सभी से नियमों का पालन करने की अपील की है। चमोली जिले में भी ड्रोन को उड़ाने से पहले पुलिस-प्रशासन की अनुमति लेना अनिवार्य किया गया है।
इंटरनेशनल बॉर्डर एरिया पर सख्ती
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में पिथौरागढ़ और चंपावत जिले में सत्यापन अभियान पर विशेषतौर से फोकस किया जा रहा है। संदिग्धों की पहचान के लिए पुलिस की ओर से चेकिंग अभियान भी चलाया जा रहा है। एसपी पिथौरागढ़ रेखा यादव ने बताया कि पाकिस्तान के साथ तनाव के बाद से ड्रोन के इस्तेमाल पर रोक है।
नेपाल सीमा पर सत्यापन अभियान चलाया
चंपावत जिले में बनबसा पुलिस ने नेपाल सीमा पर सत्यापन अभियान चलाया। साथ ही लोगों को साइबर क्राइम और नशे से बचाव की जानकारी दी। थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कोरंगा ने बताया कि लोगों को नशे के दुष्प्रभाव, साइबर अपराध, यातायात नियम, बाल श्रम, बाल विवाह, महिला संबंधी अपराध आदि के बारे में बताया। उन्होंने जरूरत पड़ने पर उत्तराखंड पुलिस ऐप, गौरा शक्ति ऐप, टोल फ्री नंबर 1930, 108, 112 आदि का इस्तेमाल करने की अपील की।
नेपाल सीमा पर कड़ा पहरा हर आने-जाने वाले पर नजर
भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पाकिस्तान से तनाव के बाद नेपाल से लगी खुली सीमा से राष्ट्रविरोधी तत्व देश में प्रवेश न कर सकें इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला से बनबसा तक नेपाल सीमा पर पुलिस और एसएसबी मुस्तैद है। बॉर्डर क्रॉस करने वाले हर व्यक्ति की सघन चेकिंग की जा रही है।
देहरादून सहित अन्य जिलों में सत्यापान और चेकिंग अभियान पर फोकस
भारत-पाकिस्तान के तनाव के बीच देहरादून पुलिस की ओर से जिलेभर में सत्यापन और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। देहरादून पुलिस की ओर से बुधवार को भी चेकिंग अभियान में 750 से अधिक बाहरी व्यक्तियों/ किरायेदारों व घरेलू नौकरों/ मजदूरों का सत्यापन किया गया। पुलिस की ओर से किरायेदारों का सत्यापन नहीं कराने पर 102 मकान मालिकों का 83 पुलिस अधिनियम के अन्तर्गत चालान कर 10 लाख 20 हजार रूपये का जुर्माना वसूला गया।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि जिले में जासूसी या फिर किसी अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। बताया कि संवेदनशील और अति-संवेदनाशील इलाकों में पुलिस की ओर से सतर्कता बढ़ाने के साथ ही चेकिंग अभियान पर फोकस किया जा रहा है। एसएसपी सिंह का कहना है कि जिलेभर में संदिग्धों को पकड़ने के लिए सत्यापन अभियान भी चलाया जा रहा है।
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