पाकिस्तान की तरफ से साइबर अटैक को लेकर अलर्ट
अलर्ट: उत्तराखंड पुलिस ने ऑफिशियल पेज पर जारी की एडवाइजरी सीमा पर तनाव के

अलर्ट: उत्तराखंड पुलिस ने ऑफिशियल पेज पर जारी की एडवाइजरी सीमा पर तनाव के बीच पाक मोबाइल को बना सकता है हथियार व्हाट्सएप, ई-मेल, फाइल या वीडियो भेज पहुंचा सकता है आर्थिक नुकसान हल्द्वानी, कार्यालय संवाददाता। सीमा पर लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच पाकिस्तान की तरफ से साइबर अटैक को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। उत्तराखंड पुलिस ने बकायदा अपने ऑफिशियल पेज पर एडवायजरी जारी करते हुए लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। साइबर कमांडो व आईटी विशेषज्ञों का दावा है कि पाकिस्तान तमाम हथकंडे अपनाकर साइबर अटैक करके भारत को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकता है।
साइबर विशेषज्ञ व सीओ सिटी नितिन लोहनी का कहना है कि सीमा पर तनाव के बीच पाक हमारे मोबाइल फोन को हथियार बना सकता है। सीओ साइबर सुमित पांडे ने बताया कि पाकिस्तान के साइबर अपराधी व्हाट्सएप, ई-मेल, एपीके फाइल या वीडियो भेजकर ठगी का प्रयास कर सकते हैं। संबंधित ठग हमारे मोबाइल में कोई वीडियो, किसी प्रकार की फाइल, व्हाट्स ऐप पर लिंक या ई-मेल पर कोई फाइल भेज सकते हैं, इस पर क्लिक करते ही हमारे पूरे फोन का एक्सेस साइबर अपराधी के पास चला जाएगा। वह हमारे मोबाइल को कमांड करने में सक्षम होगा। इसके बाद खाता तो खाली होगा ही, निजी डेटा भी लीक हो जाएगा। इंस्टॉलेशन साइबर अटैक की जताई आशंका पुलिस ने सबसे अधिक आशंका इंस्टॉलेशन साइबर अटैक की जताई है। यह एक ऐसा हमला है जहां हमलावर किसी सिस्टम या डिवाइस में मैलवेयर या अन्य दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर स्थापित करने के लिए उपयोगकर्ता को धोखे से झांसे में लेते हैं। यह हमला आमतौर पर हैकर्स की ओर से किया जाता है और इसका उपयोग डेटा चुराने, सिस्टम को नुकसान पहुंचाने या अन्य दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। इसे देखते हुए पुलिस ने रेलवे, हेली सेवा समेत अन्य महत्वपूर्ण विभागों को सचेत किया है। सुरक्षित एंटी वायरस सॉफ्टवेयर से बचाव साइबर पुलिस का कहना है कि साइबर अटैक से बचने के लिए विश्वसनीय एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करें, जो आपकी डिवाइस को मैलवेयर से सुरक्षित रखे। अपनी डिवाइस और सॉफ्टवेयर को लगातार अपडेट रखें। इनमें पासवर्ड भी बदलते रहें। इनसे रहें सावधान उत्तराखंड पुलिस ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा कि अगर आपको किसी अंजान नंबर से ‘डांस ऑफ द हिलैरी या Tasksche.exe या किसी भी अन्य नाम से कोई वीडियो, ऑडियो या इमेज फाइल मिलती है, तो उसे डाउनलोड न करें। ऐसे में आप साइबर अपराध का शिकार हो सकते हैं। हमले की वीडियो है, यह सोच न खोलें सीओ साइबर सुमित पांडेय ने बताया कि सीमा पर तनाव के बीच तमाम प्रकार के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसी को लेकर साइबर अपराधी नए हथकंडे अपनाने लगे हैं। उन्होंने बताया कि एक वीडियो बनाकर उसमें एक लाइन नीचे से हमले की वीडियो है लिखकर लोगों को प्रसारित की जा रही है। इस पर क्लिक करते ही आपके फोन का एक्सेस साइबर अपराधी के पास चला जाएगा। इसीलिए वीडियो पर क्लिक करने से बचना होगा। कोट: साइबर अटैक से संबंधित एडवायजरी कप्तानों को दी है। लोगों को भी लगातार जागरूक कर रहे हैं, ताकि किसी को आर्थिक नुकसान नहीं हो। लोगों को अंजान लिंक, वीडियो या फाइल खोलने से बचना होगा। रिधिम अग्रवाल, आईजी कुमाऊं। ........फोटो
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