प्रवीण मित्तल पर कितने करोड़ का था कर्ज, पंचकूला सामूहिक आत्महत्या में सुसाइड नोट में और क्या खुलासा?
पुलिस के अनुसार मरने वालों में 41 वर्षीय प्रवीण (परिवार के मुखिया), उनकी पत्नी रीना, तीन नाबालिग बच्चे (दो जुड़वां बेटी व एक बेटा) मां विमला और पिता देशराज शामिल हैं।

हरियाणा के पंचकूला में सड़क किनारे खड़ी कार में परिवार द्वारा सोमवार देर रात सामूहिक आत्महत्या की वजह 15 से 20 करोड़ रुपये का कर्जा था। कार से बरामद दो सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र है। पुलिस का कहना है कि प्रथमदृष्टया कर्ज के चलते सामूहिक आत्महत्या की गई लगती है। परिवार का पहले कारोबार था। अब टैक्सी चलाकर गुजर-बसर कर रहे थे। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
पुलिस के अनुसार मरने वालों में 41 वर्षीय प्रवीण (परिवार के मुखिया), उनकी पत्नी रीना, तीन नाबालिग बच्चे (दो जुड़वां बेटी व एक बेटा) मां विमला और पिता देशराज शामिल हैं। जिस कार में परिवार मृत पाया गया उसका पंजीकरण देहरादून का था और उसे पंचकूला के सेक्टर 27 के एक आवासीय क्षेत्र में सड़क के किनारे खड़ा किया गया था।
पांच पुलिस टीमों का गठन
पुलिस उपायुक्त (अपराध) अमित दहिया ने बताया कि जांच के लिए पांच पुलिस टीम का गठन किया गया है। साथ ही परिवार के सदस्यों के सोशल मीडिया एकाउंट व बैंक खातों की जांच की जा रही है। वहीं, देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह बिष्ट ने बताया कि परिवार आठ-नौ महीने पहले देहरादून के कौलागढ़ इलाके में किराए के मकान में रहता था।
पुलिस टीम पिंजौर और देहरादून रवाना: पुलिस उपायुक्त (अपराध) अमित दहिया ने बताया कि एक-एक जांच टीम पिंजौर और देहरादून के लिए रवाना हो गई है। प्रवीण के रिश्ते के भाई संदीप अग्रवाल ने बताया कि एक साल पहले मकान का किराया तक न दे पाने की वजह से वह पिंजौर में अपने ससुर के घर में रहने चले गए थे। लेकिन, वहां भी साथ नहीं रह पाने के कारण परिवार पंचकूला के सकेत्री में जाकर रहने लगा था।
ससुर को पुलिस से मिली घटना के बारे में सूचना
प्रवीण के पिंजौर में रह रहे ससुर राकेश ने बताया कि उन्हें पुलिस से घटना की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि वह पिछले कुछ समय से परिवार के संपर्क में नहीं थे। उन्होंने भी प्रवीण मित्तल द्वारा कर्ज लिए जाने की बात कही। बताया कि पहले उन्होंने मदद की थी।
सुसाइड नोट की जांच की जा रही
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कार से दो सुसाइड नोट बरामद हुए हैं। सुसाइड नोट में लिखी हुई बात के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी जा सकती, लेकिन स्पष्ट है कि परिवार ने वित्तीय समस्या के चलते यह कदम उठाया है। जांच की जा रही है।
कार के अंदर का दृश्य देख दहल उठे
राणा ने कहा कि जब उन्होंने अपने हाथ में ली हुई टॉर्च से गाड़ी में देखा तो पाया कि अंदर छह लोग अचेतावस्था में पड़े हुए थे। उन्होंने एक दूसरे पर उलटी कर रखी थी। वहीं, प्रवीण मित्तल भी बात करते हुए हांफ रहे थे। उनकी हालत देखकर राणा व अन्य लोगों ने उन्हें कार से बाहर निकालकर पानी पिलाया और पूछा कि क्या उन्होंने ही अपने परिवार की हत्या की है। तब प्रवीण ने कहा कि उन पर बहुत कर्ज है। उनके रिश्तेदार संपन्न हैं, लेकिन वह मदद नहीं कर रहे थे। इसलिए पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली है। वह भी पांच मिनट में मरने वाले हैं। यह कहकर प्रवीण भी अचेत हो गए। कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।
भाई के लिए छोड़ा नोट
प्रवीण मित्तल के रिश्ते के भाई संदीप अग्रवाल ने बताया कि सुसाइड नोट में उनसे अंतिम संस्कार करने के लिए कहा गया है। साथ ही उनके ससुर के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने की इच्छा जताई गई है। संदीप ने बताया कि प्रवीण पर 15 से 20 करोड़ रुपये का कर्ज था। कर्ज न दे पाने के चलते उसके पास जो कुछ भी था, बैंक ने जब्त कर लिया था। प्रवीण पहले अपनी फैक्टरी चलाते थे, लेकिन कारोबार में घाटे के चलते परिवार को पालने के लिए अब वह टैक्सी चलाकर गुजारा कर रहे थे।
देहरादून के व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत है कार
परिवार पंचकुला में जिस कार में मृत पाया गया वह कार देहरादून के रहने वाले गंभीर सिंह नेगी के नाम पर पंजीकृत है। नेगी ने बताया कि मित्तल के एक एनजीओ में काम करने के दौरान उनसे मुलाकात हुई थी और उन्होंने मित्तल को कार खरीदने के लिए धनराशि दिलाने में मदद की थी।
बागेश्वर धाम के कार्यक्रम से लौटा था परिवार
सोमवार देर रात सड़क किनारे खड़ी कार देखकर एक स्थानीय निवासी पुनीत राणा वहां पहुंचे। दरवाजे पर बाहर की तरफ एक तौलिया लटका हुआ था। जब उन्होंने दरवाजा खोला तो गाड़ी में मौजूद प्रवीण मित्तल बोले कि वह बागेश्वर धाम के एक कार्यक्रम से लौट रहे थे। होटल में कमरा न मिलने पर वह और उनका परिवार कार में ही सो रहे हैं।
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