राजकीय महाविद्यालय में यूसीसी के नियमों व प्रभावों के बारे में किया जागरूक
राजकीय महाविद्यालय में यूनिफार्म सिविल कोड उत्तराखंड विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाल में साठ से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया

राजकीय महाविद्यालय में कराई एक दिवसीय कार्यशाला विद्यार्थियों के प्रश्नों का वक्ताओं ने दिया जवाब किच्छा, संवाददाता। राजकीय महाविद्यालय में यूनिफार्म सिविल कोड पर एक दिवसीय कार्यशाला में साठ से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को उत्तराखंड में लागू समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के नियमों एवं सामाजिक-राजनीतिक प्रभावों के बारे में जागरूक करना था। मंगलवार को कार्यशाला में डा. उमराव सिंह ने यूसीसी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, संवैधानिक प्रावधानों और सामाजिक समरसता के बारे में विस्तार से बताया। प्राचार्य डा. राजीव रतन ने कहा कि समान नागरिक संहिता भारतीय संविधान की आत्मा के अनुरूप है। इसका क्रियान्वयन सामाजिक एकता को मजबूत कर सकता है।
उत्तराखंड इसका पहला उदाहरण बनकर देश के लिए एक मॉडल प्रस्तुत कर रहा है। विद्यार्थियों ने सभा के समक्ष अपने प्रश्नों को रखा। कार्यशाला में डा. सेराज मोहम्मद, डा. प्रकाश चन्द्र भट्ट, डा. नरेश कुमार, डा. विजयानंद, डा. मनीषा पांडे आदि ने भाग लिया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।