उत्तराखंड में 7 मई से 3 दिन मौसम ज्यादा खराब, बदरीनाथ-केदारनाथ, यमुनोत्री चारधाम यात्रा रूट में बारिश-ओलावृष्टि पर अलर्ट
उत्तराखंड में बारिश के बाद तापमान भी सामान्य से 9 डिग्री तक कम हो गया है, जिससे लोगों को मई महीने की गर्मी से राहत मिली है। उत्तराखंड चारधाम यात्रा रूट पर बारिश और ओलावृष्टि पर अलर्ट जारी किया गया है।

Uttarakhand Weather: उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में ताजा अपडेट सामने आया है। बदरीनाथ-केदारनाथ, यमुनोत्री समेत चारधाम यात्रा रूट पर 7 मई से बारिश पर भी अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है। चारधाम यात्रा रूट सहित उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है।
उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से बारिश का दौर जारी है। बारिश पड़ने के बाद दिन और रात के तापमान में कमी आई है। उत्तराखंड में बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट के बाद रुड़की, हरिद्वार, काशीपुर, रुद्रपुर आदि मैदानी शहरों में भी तापमान में कमी आई है जिससे लोगों को तपती गर्मी से काफी राहत मिली है।
उत्तराखंड में बारिश के बाद तापमान भी सामान्य से 9 डिग्री तक कम हो गया है, जिससे लोगों को मई महीने की गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग ने मंगलवार, बुधवार और गुरुवार के लिए पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जबकि, उत्तराखंड के मैदानी इलकों में में मध्यम बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके चलते भारी बारिश और अंधड़ के आसार हैं। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, टिहरी और अल्मोड़ा में आकाशीय बिजली, ओलावृष्टि एवं 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का अलर्ट है।
चारधाम यात्रा में मौसम को देखते हुए सतर्कता बरतें अफसर: सीएम धामी
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक उत्तराखंड में बारिश और अंधड़ का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के मद्देनजर खास सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है।मुख्यमंत्री धामी ने चारधाम यात्रा से जुड़े अफसरों को हर वक्त अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए।
कहा कि अफसर यात्रियों को बराबर मौसम की जानकारी देते रहें। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग और विभिन्न पड़ावों पर तीर्थयात्रियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध रहनी चाहिए। बारिश के चलते जहां भूस्खलन की स्थिति बनती है वहां यात्रा को सुगम बनाने के लिए तत्काल अवरुद्ध सड़कों को खोला जाए।
मुख्यमंत्री स्वयं भी प्रमुख यात्रा पड़ावों की मानिटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कपाट खुलने के दिन चारों धामों में मौजूद रहे हैं। राज्य के इतिहास में ऐसा पहली मर्तबा हुआ जब कोई सीएम चारों धामों में कपाट खुलने के दिन मौजूद रहा हो। इससे यात्रा की तैयारियों को गति मिली है। मुख्यमंत्री लगातार यात्रियों से भी बातचीत कर उनसे फीडबैक भी ले रहे हैं।
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