करवा चौथ पर शनि,गुरु व शुक्र का शुभ प्रभाव, जानें कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य व मंत्र
- Karwa Chauth chand ko arghya kaise de : आज चंद्र देव व गुरु मिलकर गजकेसरी योग बना रहे हैं। रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा के रहने से करवा चौथ व्रत इस साल बहुत शुभ माना जा रहा है। ऐसे में चंद्र देव की पूजा करना बहुत फलदायक रहेगा।

Karwa Chauth 2024: आज करवा चौथ पर 3 ग्रह मिलकर कई अच्छे संयोग बन रहे हैं। करवा चौथ के दिन आज कई शुभ योग बन रहे हैं। चंद्र देव व गुरु मिलकर गजकेसरी योग भी बना रहे हैं। रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा के रहने से करवा चौथ व्रत इस साल बहुत शुभ माना जा रहा है। इस दिन खासतौर पर चंद्र देव की पूजा-उपासना की जाती है। शनि देव के कुंभ राशि में रहने से शश राजयोग बनेगा। आइए जानते हैं करवा चौतक के दिन ग्रहों की स्थिती व चांद की पूजा कैसे करें-
करवा चौथ पर शनि, गुरु व शुक्र का शुभ प्रभाव: इस साल करवा चौथ पर ग्रहों का महायोग है। ज्योतिषाचार्य पंडित प्रभात मिश्र के अनुसार, शनि कुंभ राशि में, गुरु वृष राशि में और शुक्र वृश्चिक राशि में हैं। तीनों ग्रहों के शुभ प्रभाव से कई अच्छे संयोग बन रहे हैं। पति के भाग्योदय होंगे और बिगड़े काम बनेंगे। ज्योतिषचार्य विभोर इंदूसुत के अनुसार, इस बार करवा चौथ पर गजकेसरी योग और उच्च राशि के चंद्रमा से सुहागिनों को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलेगा। करवा चौथ व्रत पर दिनभर चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृष में रहेंगे और व्रत के दिन चन्द्रमा और बृहस्पति दोनों एक ही राशि (वृष) में होने से गज केसरी योग भी बनेगा, जो अपने आप में एक बहुत शुभ परिणाम देने वाला योग है। चंद्रमा इस दिन रोहिणी नक्षत्र होने से करवा चौथ व्रत इस वर्ष बहुत शुभ रहेगा।
चांद कब निलेगा: पंडित जी के अनुसार, कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर, रविवार की शाम 07 बजकर 57 मिनट पर चांद निकलने का समय है।
कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य- ध्यान रखें चंद्र देव को अर्घ्य देते समय आपका मुख उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। पानी में गंगाजल या कच्चा दूध मिलाकर अर्घ्य दे सकती हैं।
चंद्रमा को अर्घ्य देते वक्त इस मंत्र का करें जाप-
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:, ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:, ऊँ दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसंभवम। नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुटभूषणम।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।