14 अप्रैल से शुरू होंगे मांगलिक कार्य, वैशाख और जेठ में हैं सबसे अधिक शुभ मुहूर्त
- सूर्य के मीन राशि में आते ही 14 मार्च से खरमास शुरू हो गया। खरमास शुरू होते ही शादी-विवाह सहित अन्य मांगलिक कामों पर ब्रेक लग गया है। अब एक माह बाद अप्रैल में खरमास यानी मेष संक्रांति के बाद शुभ दिन शुरू होंगे।

सूर्य के मीन राशि में आते ही 14 मार्च से खरमास शुरू हो गया। खरमास शुरू होते ही शादी-विवाह सहित अन्य मांगलिक कामों पर ब्रेक लग गया है। अब एक माह बाद अप्रैल में खरमास यानी मेष संक्रांति के बाद शुभ दिन शुरू होंगे। इस बार अप्रैल से लेकर जून तक (अंतराल) विवाह के लिए शुभ दिन हैं। लगातार तीन माह बाद 6 जुलाई से चातुर्मास शुरू होगा। चातुर्मास के कारण चार माह के लिए सभी मांगलिक कामों पर ब्रेक लग जाएगा। चातुर्मास समाप्ति के बाद नवंबर से मांगलिक दिन शुरू होंगे। सबसे ज्यादा मई में विवाह के लिए 18 दिन शुभ है।
14 मार्च से खरमास शुरू हो गया था। 13 अप्रैल तक चलेगा। अप्रैल में खरमास यानी मेष संक्रांति के बाद शुभ दिन शुरू हो जाएंगे जो जून तक चलेगा। तीन माह में सबसे अधिक मई में 18 दिन विवाह के लिए शुभ हैं। 1, 5, 6, 7, 8, 9, 11, 13, 14, 15, 16,17,18, 22, 23,24 व 28 मई को दुल्हा-दुल्हन सात फेरे ले सकेंगे। अप्रैल में 14, 15, 18, 20, 25, 29 और 30 अप्रैल और जून में 1, 2, 3, 4, 5 व 7 जून विवाह के लिए उत्तम हैं। 6 जुलाई से लेकर नवम्बर तक चातुर्मास के कारण मांगलिक दिनों का अभाव रहेगा। चातुर्मास के बाद 18 नवंबर से शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे।
इस बार वैशाख-जेठ में अधिक मांगलिक दिन होने से बेहतर व्यवसाय की उम्मीद
पिछले साल की तुलना में इस वर्ष शादी-विवाह के लिए अधिक दिन हैं। 2024 में शुक्रास्त के कारण वर्षों बाद वैशाख और जेठ में मांगलिक दिनों का अभाव रहा था। लेकिन,इस बार वैशाख व जेठ में मांगलिक दिनों की भरमार है।
बनारसी पंचाग के अनुसार शुभ मुहूर्त
अप्रैल : 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30
मई : 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27, 28
जून : 2, 4, 5, 7, 8
मिथिला पंचांग में लग्न
अप्रैल : 16, 18, 20, 21, 23, 25
मई : 1, 7, 8, 9, 11, 18, 19, 22, 23, 25
जून : 1, 2, 4, 6