स्कोडा ने अपनी तीन कारों की 25772 यूनिट को रिकॉल किया, इस खराबी से पैसेंजर्स को नुकसान होने का खतरा!
स्कोडा ऑटो इंडिया ने अपने तीन प्रमुख कार स्लाविया, कुशाक और काइलक के लिए रिकॉल शुरू किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने इन तीनों कारों की 25,000 से अधिक प्रभावित यूनिट शामिल हैं।

स्कोडा ऑटो इंडिया ने अपने तीन प्रमुख कार स्लाविया, कुशाक और काइलक के लिए रिकॉल शुरू किया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने इन तीनों कारों की 25,000 से अधिक प्रभावित यूनिट शामिल हैं। कंपनी ने इन सभी को वापस बुलाया गया है। यह रिकॉल पीछे की सीट पर बैठे पैसेंजर्स के लिए एक समस्या से संबंधित है। यदि कार को सामने से टक्कर लगती है तब इस घटना के दौरान पीछे की सीटबेल्ट बकल लैच प्लेट टूट सकती है। ऐसे में पीछे के सेंटर सीटबेल्ट असेंबली की वेबिंग, पीछे की दाहिनी सीटबेल्ट के बकल के साथ विफल हो सकती है। जिससे पैसेंजर्स को चोट लगने का खतरा बड़ जाएगा।
कंपनी की आधिकारिक डिटेल के मुताबिक, उसने 24 मई, 2024 से 1 अप्रैल, 2025 की अवधि के दौरान तैयार किए गए इन तीनों कारों की 25,772 यूनिच को रिकॉल किया है। कंपनी से प्रभावित कारों के ग्राहकों से संपर्क करने की उम्मीद है। कारों में आई इस प्रॉब्लम को बिना किसी अतिरिक्त लागत के सही किए जाने की संभावना है। बता दें कि कंपनी के लिए इन दिनों काइलक SUV सबसे ज्यादा बिकने वाली कार भी बन चुकी है।
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काइलक के नए वैरिएंट की टेस्टिंग
स्कोडा ने काइलक SUV के रियर डिस्क ब्रेक वैरिएंट की टेस्टिंग शुरू कर दी है। जिसके फोटो भी सामने आ गए हैं। हालांकि, ये एक एक्सपोर्ट स्पेक मॉडल है या फिर 1.5 TSI मॉडल, इस पर सस्पेंस बना हुआ है। रियर डिस्क ब्रेक वाली स्कोडा काइलक को जर्मनी में परीक्षण के दौरान देखा गया है। जर्मनी में इस टेस्ट म्यूल को देखा जिस पर चेक गणराज्य की रजिस्ट्रेशन प्लेट लगी हुई थी। इस खास टेस्ट म्यूल में एक लैपटॉप था, जो कुछ परफॉरमेंस पैरामीटर्स को माप सकता था। यह खास कायल एक RHD यूनिट थी। इसके भारत में मैन्युफैक्चिंग होने की बहुत संभावना है। अभी तक, स्कोडा काइलक एक भारत-विशिष्ट मॉडल है जिसमें रियर डिस्क ब्रेक नहीं मिलते हैं।
5 महीने का वेटिंग पीरियड
काइलक के बेस क्लासिक ट्रिम के लिए वेटिंग पीरियड सबसे ज्यादा 5 महीने तक है। ये सिर्फ मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आता है। वहीं, मिड-स्पेक सिग्नेचर और सिग्नेचर+ ट्रिम्स का वेटिंग पीरियड लगभग 3 महीने है। जबकि टॉप प्रेस्टीज ट्रिम का वेटिंग पीरियड 2 महीने का है। 2025 के आखिर तक काइलक की मंथली सेल्स 8,000 यूनिट तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे कंपनी को 2026 से भारत में सालाना 100,000 व्हीकल बेचने के अपने टारगेट को हासिल करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
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