जिले के पूर्व सैनिक बोले, युद्ध लड़ने के लिए हम भी तैयार
अररिया के पूर्व सैनिकों में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से उत्साह है। उनका मानना है कि अब पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय आ गया है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि अगर भारतीय सेना फिर से उन्हें बुलाएगी, तो वे तुरंत...

अररिया, निज संवाददाता। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से जहां पूरा देश गौरवान्वित है, तो वहीं जिले के पूर्व सैनिकों में भी गजब उत्साह है। देश की सेवा में कई साल खपाने वाले सैनिकों का मानना है कि अब पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय आ गया है और पाक अधिकृत कश्मीर को लेने में भारत को देर नहीं करनी चाहिए। पूर्व सैनिकों ने कहा कि भारतीय सेना फिर से उन्हें कॉल करे, तो वे कूच करने में देरी नहीं करेंगे और पाकिस्तान को सबक सीखा कर वापस लौटेंगे।पूर्व सैनिक नीरज कुमार झा ने कहा कि पाकिस्तान भारत से 15 दिन भी युद्ध नहीं लड़ सकता, क्योकि भारतीय सेना हर क्षेत्र में पाकिस्तान से आगे है।कारगिल
युद्ध में भारतीय फौज में शामिल पूर्व सैनिक रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के पास सैनिक नहीं आतंकी हैं और आतंकियों के सहारे भारत ही नहीं अन्य देशों से युद्ध लड़ता रहा हैं। पूर्व सैनिक दयानंद रजक और खगेन्द्र यादव ने कहा कि साल 1965 और 1971 के युद्ध में भारतीय सैनिक ने पाकिस्तान को धूल चटा चुका हैं।पाकिस्तान की सेना ने भारतीय सेना के सामने समर्पण किया था।देश सेवा का जज्बा आज भी जिंदा है और वे लड़ने को तैयार हैं।पूर्व सैनिकों ने कहा कि पुलवामा अटैक से हम इंतजार कर रहे थे कि कब इस तरह की कार्रवाई होगी। पहलगाम हमले का जिस तरह जवाब भारतीय सेना ने दिया, उससे दिल खुश हो गया है। जरूरत पड़ी, तो हम सारे पूर्व सैनिक सीमा पर लड़ाई करने के लिये तैयार हैं। उन्होंने पीएम मोदी से मांग है कि जो आतंकी ठिकाने रह गए हैं, उन्हें भी चुन-चुनकर तबाह करें। इस मौके पर कारगिल विजेता मोहन मेहता, प्रमोद कुमार चौधरी, गोपाल कुमार यादव, अफसार अहमद आदि मौजूद थे।
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