टेरिटोरियल आर्मी में निकली भर्ती, 42 वर्ष तक के आम नागरिकों के पास सेना का हिस्सा बनने का मौका
इंडियन आर्मी ने आम भारतीय नागरिकों के लिए टेरिटोरियल आर्मी ऑफिसरों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है। टेरिटोरियल आर्मी ज्वॉइन करके आप देश के आम नागरिक रहते हुए सैन्य अनुभव ले सकते हैं। यह एक वॉलंटियर सर्विस होती है।

Join Territorial Army 2025: इंडियन आर्मी का हिस्सा बनकर देश सेवा करने का शानदार मौका आया है। इंडियन आर्मी ने आम भारतीय नागरिकों के लिए टेरिटोरियल आर्मी ऑफिसरों की भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है। यह भर्ती टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) में सेना अधिकारी(गैर विभागीय) के रूप में होगी। ग्रेजुएट युवा इसके लिए www.indianarmy.nic.in या jointerritorialarmy.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन ऑनलाइन माध्यम से करना होगा। अभ्यर्थी 12 मई 2025 से 10 जून 2025 तक आवेदन कर सकते हैं। कुल 19 वैकेंसी निकाली गई हैं जिसमें 18 परुषों के लिए और 1 महिला के लिए है। टेरिटोरियल आर्मी में आप देश के आम नागरिक रहते हुए सैन्य अनुभव ले सकते हैं। यह एक वॉलंटियर सर्विस होती है। आपको ट्रेनिंग देने के बाद जरूरत पड़ने पर सेना आपकी सेवा ले सकती है।
योग्यता
- मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्थान से किसी विषय में स्नातक डिग्री प्राप्त की हो।
- आवेदक शारीरिक और चिकित्सकीय रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 42 वर्ष।
चयन प्रक्रिया- लिखित परीक्षा 20 जुलाई 2025 से होगी।
वेतनमान : 56,100 से 1,77,500 रुपये। साथ में 15500 रुपये मिलिट्री सर्विस ग्रेड पे मिलेगा। जब जब आर्मी की सेवा में रहेंगे तो यह सैलरी मिलेगी।
आवेदन फीस - 500 रुपये
ऑपरेशन सिंदूर : टेरिटोरियल आर्मी को भी तैयार रहने के निर्देश
रक्षा मंत्रालय ने सेना की सहायता के लिए एक अधिसूचना जारी की है। इसके अनुसार, अब सेना आवश्यकता पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी को सहायता के लिए बुला सकेगी। अधिसूचना जारी होते ही सेना प्रमुख को यह अधिकार मिल गया है कि वे टेरिटोरियल आर्मी को सैन्य कार्रवाई में अपनी जरूरत के अनुसार शामिल कर सके। 14 बटालियनों को सक्रिय किया टेरिटोरियल आर्मी के एक्टिव सर्विस में बुलाने का अधिकार आर्मी चीफ के पास होता है। 14 बटालियनों को एक्टिव किया गया है। टेरिटोरियल आर्मी में शामिल सैनिक, ऑफिसर, डॉक्टर, वकील और व्यापारी होते हैं। इन्हें ट्रेनिंग आर्मी ट्रेनिंग कमांड की निगरानी में दी जाती है। सेना की जरूरत पड़ने पर इन्हें सीमाओं पर तैनात किया जा सकता है।
विस्तार से समझें क्या है टेरिटोरियल आर्मी
असल में टेरिटोरियल आर्मी ज्वॉइन करके आप देश के आम नागरिक रहते हुए सैन्य अनुभव ले सकते हैं। यह एक वॉलंटियर सर्विस होती है। आपको ट्रेनिंग देने के बाद जरूरत पड़ने पर सेना आपकी सेवा ले सकती है। ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो कुछ वजहों से सेना में भर्ती नहीं हो पाते, ऐसे युवाओं को सेना टेरिटोरियल आर्मी भर्ती के जरिए देश सेवा का एक और मौका देती है। देश का आम आदमी अपनी जॉब या बिजनेस के साथ इसे जॉइन कर सकता है। प्रादेशिक सेना (टेरिटोरियल आर्मी) एक स्वैच्छिक संगठन है जो नियमित रोजगार की गारंटी नहीं देता है। लंबी अवधि के रोजगार के लिए संगठन का कोई वादा नहीं करता है। यह रेगुलर जॉब की तरह नहीं है। इसे सोर्स ऑफ इनकम के तौर पर नहीं माना जाता।
यह 1948 में बनाई गई थी। इसे सेकेंड लाइन ऑफ डिफेंस भी कहा जाता है। टेरिटोरियल आर्मी ने 1962, 1965 और 1971 व 1999 का करगिल की लड़ाई में हिस्सा लिया है। सेना के कई ऑपरेशंस में यह हिस्सा ले चुकी है। इसके अलावा प्राकृतिक आपदाओं के समय जरूरी सेवाओं को बहाल करने में यह सेना अहम भूमिका निभाती है। टेरिटोरियल आर्मी के सैन्यकर्मी नियमित सेना कर्मियों के साथ मिलकर काम करते हैं, शांति के समय और राष्ट्रीय आपातकाल या संघर्ष के सहयोग देती है।
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कई बड़ी हस्तियां बन चुकी हैं इसका हिस्सा
भारतीय क्रिकेट टीम के दो महान पूर्व कप्तान कपिल देव और महेन्द्र सिंह धौनी, शूटर अभिनव बिंद्रा, राजनेता अनुराग ठाकुर व सचिन पायलट, मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल, अभिनेता नाना पाटेकर टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा बन चुके हैं।
टेरिटोरियल आर्मी में जूनियर कमिशंड ऑफिसर, गैर कमिशंड ऑफिसर, अन्य कार्मिक अधिकारी की भर्ती निकलती है। ये भारतीय सेना के कर्मियों जैसी रैंक रखते हैं। न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 42 वर्ष की आयु सीमा मांगी जाती है। इस भर्ती होने के लिए उम्मीदवार पूरी तरह से मेडिकल फिट होना चाहिए।
अफसर के तौर पर भर्ती होने पर क्या मिलता है वेतन
अफसर के तौर पर भर्ती होने पर पहली रैंक लेफ्टिनेंट की मिलती है। इसमें वेतन, मेडिकल सुविधाएं व डीए समेत भत्ते रेगुलर आर्मी अफसर जैसे ही मिलते हैं। लेकिन जब जब आप आर्मी की सेवा में रहेंगे तो यह सैलरी मिलेगी।
पेंशन पर नियम
अगर 20 साल तक कमिशंड रैंक पर फिजिकल सर्विस की है तो पेंशन मिलेगी। यानी अगर आपने एक्टिव सर्विस 20 साल की है तो पेंशन मिलेगी। हालांकि टेरिटोरियल आर्मी में इतनी अधिक ड्यूटी मिलना काफी मुश्किल होता है ऐसे में पेंशन पाना मुश्किल होता है।
प्रमोशन भी मिलता है
टेरिटोरियल आर्मी में प्रमोशन भी मिलता है। अफसर के तौर पर शामिल होने के बाद लेफ्टिनेंट के बाद कैप्टन, मेजर व लेफ्टिनेंट कर्नल के पद तक प्रमोशन मिलता है। कर्नल और ब्रिगेडियर के पद पर पदोन्नति चयन द्वारा होती है।
सुविधाएं
- प्रशिक्षण, सैन्य सेवा या स्थायी कर्मचारी के रूप में कार्यरत होने पर स्वयं और आश्रितों को निशुल्क राशन, आर्मी कैंटीन सुविधाएं और मेडिकल सुविधाएं मिलती है।
- प्रशिक्षण, सैन्य सेवा या स्थायी कर्मचारी के रूप में कार्यरत होने पर छुट्टी, लीव एनकैशमेंट, आवास और एलटीए की सुविधाएं।
- नियमित सेना के लिए लागू सभी मेडल और पुरस्कार के लिए भी टेरिटोरियल आर्मी वाले पात्र हैं।
ट्रेनिंग व अन्य खास बातें
- सबसे पहले छह माह की प्री कमिशन ट्रेनिंग होती है। इस दौरान उसे जेंटलमैन कैडेट के तौर पर लिया जाएगा। उम्मीदवारों को इस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने पर ही टीए में कमीशन दिया जाएगा।
- प्रत्येक वर्ष दो महीने का एनुअल ट्रेनिंग कैंप होगा।
- ओटीए चेन्नई में पहले दो वर्ष में तीन महीने की पोस्ट कमिशनिंग ट्रेनिंग होगी।
- यह एक पार्ट टाइम कॉन्सेप्ट है जिसमें साल में दो माह की अनिवार्य ट्रेनिंग होती है। यह आपको कोई फुल टाइम करियर नहीं देती है।
- प्रादेशिक सेना में कमीशन प्राप्त अधिकारियों को आवश्यकता के आधार पर लम्बी अवधि के लिए सैन्य सेवा के लिए बुलाया जा सकता है।
- अफसर के तौर पर भर्ती होने पर लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन दिया जाता है।
- 2019 में टेरिटोरियल आर्मी में अधिकारियों या अन्य रैंकों पर महिलाओं को स्वीकार किया गया। 2018 में कोर्ट के आदेश के बाद यह हुआ।
- अब टेरिटोरियल आर्मी में सायबर वारफेयर के लिए युवाओं को लिया जा रहा है। टेक्निकल मोर्चे पर महारत हासिल करने वाले युवाओं का सायबर वारियर के तौर पर इसमें चयन हो रहा है।