आजादी के बाद जाति जनगणना का निर्णय ऐतिहासिक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने देश में पहली बार जाति जनगणना कराने का निर्णय लिया है। भाजपा नेता प्रवीण कुमार ने इसे ऐतिहासिक बताया है, जो वंचित और पीड़ित वर्गों के विकास के...

फारबिसगंज। आजाद भारत मे पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा देश भर में आगामी जनगणना के साथ जाति जनगणना कराने के निर्णय को भाजपा विधानसभा प्रभारी प्रवीण कुमार ने इसे ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए स्वागत किया है,और पीएम मोदी के प्रति आभार प्रेषित किया है। विधानसभा प्रभारी ने कहा है कि इस निर्णय से देश के सामाजिक आर्थिक ढांचे को समझकर वंचित शोषित पीड़ितों के संख्या अनुसार उनके विकास के लिए योजनाओं को ना सिर्फ धरातल पर उतारा जाएगा, बल्कि इस एक निर्णय से कांग्रेस सहित विपक्षी दलों द्वारा जातियों के नाम पर चल रही फर्जी दुकानदारी बंद कर भारत के सामाजिक उत्थान के लिए ऐतिहासिक अवसर प्रदान किया है।
भाजपा नेता श्री कुमार ने बताया कि मोदी सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय इस बात को दर्शाता है कि वर्तमान सरकार देश और समाज के सर्वागीण विकास और मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध है तो दूसरी और विपक्षी दलों के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि जाति जनगणना के निर्णय पर श्रेय लेने के लिए दौड़ रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी से देश जानना चाहती है कि 2004 से लेकर 2014 तक केंद्र की कांग्रेसनीत यूपीए सरकार से जाती जनगणना क्यों नही करवाई पटाखे फोड़ने वाले राजद नेता तेजस्वी यादव भी यूपीए का हिस्सा थे,तब इस जाति गणना के लिए एक शब्द नही निकाला आज मोदी सरकार ने सामाजिक न्याय की दिशा में यह कदम उठाया है तो जाति को राजनीति आधार बनाने वाले श्रेय लेने की होड़ में लगे है।
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