सिमरिया घाट पर गोबर-बालू फांककर प्रायश्चित करें; बिहार दौरे से पहले राहुल गांधी को गिरिराज सिंह की नसीहत
राहुल गांधी के बिहार दौरे से पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सलाह देते हुए कहा कि पहले बेगूसराय के सिमरिया घाट आए, गोबर-बालू फांक कर गंगा जी से माफी मांगे और प्रायश्चित करें। बिहार के लोगों को पता है कि कांग्रेस ने 60 साल में कुछ नहीं किया।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बिहार दौरे से पहले बीजेपी हमलावर हो गई है। केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने अलग ही नसीहत दे डाली। उन्होने कहा कि पहले वो बेगूसराय के सिमरिया घाट आए, जहां गोबर-बालू फांक कर (खाकर) गंगा जी से माफी मांगे और प्रायश्चित करें। रविवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी पहले यह आंकड़ा दें कि 60 साल कांग्रेस ने इस देश में राज किया तो कितनों को रोजगार दिया।
उन्होंने कहा कि 60 साल के राज में कांग्रेस के पास बताने के लिए कुछ नहीं है। उनके कारनामों को पीएम नरेन्द्र मोदी ने भरने का काम किया है। आज देश में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ चुके हैं। 1971 में इंदिरा गांधी ने एक नारा दिया था। आधी रोटी खाएंगे-इंदिरा को लाएंगे। इंदिरा तो शासन में आ गईं लेकिन देश गरीब होते चला गया।
मोदी जी ने 10 साल में साढ़े चार करोड़ गरीबों को आवास बनाया। शौचालय बनाए। बिजली की सुविधा दी। गैस कनेक्शन दिए। मोदीजी ने लोगों को सबल बनाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को प्रायश्चित करना चाहिए। इसके लिए उनको बेगूसराय के सिमरिया धाम जाकर गंगा जी से माफी मांगनी चाहिए। सफेद कॉलर का टी-शर्ट पहनकर भ्रम पैदा करने की कोशिश करेंगे। जनता को पता है कि कांग्रेस ने कुछ नहीं किया है। जबकि मोदी तो देश को भी 10 साल में पांचवें स्थान पर ले गये। राजीव गांधी ने बेगूसराय में पेट्रोल केमिकल्स खोलने की घोषणा की थी। आज तक नहीं खुला। मोदीजी ने न केवल बिहार का बल्कि पूरे देश का विकास किया।
आपको बता दें राहुल गांधी बेगूसराय में कांग्रेस की 'पलायन रोको, नौकरी दो' पदयात्रा में कन्हैया कुमार के साथ दिखेंगे। उन्होने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बिहार के युवा साथियों, मैं सात अप्रैल को ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ मार्च में आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए बेगूसराय आ रहा हूं। आप भी सफेद टी-शर्ट पहनकर आएं, सवाल पूछें और अपने अधिकारों के लिए सरकार पर दबाव बनाने और उसे (सत्ता से) हटाने के लिए आवाज उठाएं।’’ उन्होंने ‘सफेद टी-शर्ट मुहिम’ में शामिल होने के लिए लिंक भी साझा किया।