बिहार में अब पुलिसकर्मियों पर बरसे चप्पल, पिस्टल छिनने का भी प्रयास; थाने में खूब बवाल
- खिजसराय थानाध्यक्ष कमलेश राम ने कहा कि आठ लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इसमें चार पुलिसकर्मी को मामूली चोटें भी आई हैं। हंगामा कर रहे लोगों ने पुलिस का पिस्टल भी छीनने का प्रयास किया है।

बिहार में गया जिले के खिजरसराय थाना में एक पक्ष का आवेदन नहीं लेने का आरोप लगाकर थाना क्षेत्र के केनी गांव के ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा को देखते हुए पुलिस ने सभी लोगों को थाना से बाहर कर दिया। बाहर करने के बाद हंगामा कर रहे लोग उग्र हो गए और पुलिस कर्मियों पर चप्पल बरसने लगे। इसके बाद पुलिस कर्मी हंगामा कर रहे लोगों को काबू करने की कोशिश की। जिसमें चार पुलिस कर्मी घायल हो गए।
सहायक अवर निरीक्षक का पिस्टल छीनने का प्रयास
सहायक अवर निरीक्षक शैलेश कुमार के अनुसार, हंगामा कर रहे लोगों ने उनका पिस्टल छीनने का प्रयास किया। इस दौरान चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों का सीएचसी खिजरसराय में इलाज कराया गया। बता दें कि होलिका दहन के दिन दो भाइयों में लड़ाई हुई थी। इसी को लेकर विनय कुमार थाने में पहुंचे और दो दिन पहले हुए केस का हवाला देकर उन्होंने कहा कि उनके साथ मारपीट की जा रही है।
विनय कुमार के थाना पहुंचने के कुछ देर बाद दूसरे पक्ष के महिला पुरुष थाने में पहुंच गए और एक पक्ष का आवेदन नहीं लेने को लेकर हंगामा करने लगे। इसी पर समझाने गए शैलेश कुमार पर महिलाओं ने चप्पल फेंक दिया। इसके बाद पुलिस और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक हुई।
आठ नामजद
हंगामा के बाद पुलिस ने विभा कुमारी, सुमन कुमारी, गुड़िया कुमारी, और सुचित कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सुभाष कुमार, अंकित कुमार ,और पिंटू कुमार को भी अभियुक्त बनाया गया है पुलिस उन सभी लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। खिजसराय थानाध्यक्ष कमलेश राम ने कहा कि आठ लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इसमें चार पुलिसकर्मी को मामूली चोटें भी आई हैं। हंगामा कर रहे लोगों ने पुलिस का पिस्टल भी छीनने का प्रयास किया है।
बहरहाल आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बिहार के अलग-अलग जिलों में पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अररिया में धक्का-मुक्की के दौरान गिरने से ASI की मौत हो गई थी। वहीं मुंगेर में धारदार हथियार से हमला कर एएसआई को मौत के घाट उतार दिया गया था।