बिहार के दबाव में केंद्र ने मानी जातीय जनगणना की मांग: पूर्व मंत्री
राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष डॉ. सुरेश पासवान ने केंद्र सरकार के जातीय जनगणना के फैसले को विपक्ष की जीत और सामाजिक न्याय की उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में महागठबंधन सरकार ने आरक्षण की सीमा...

अंबा, संवाद सूत्र। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री डॉ. सुरेश पासवान ने केंद्र सरकार के जातीय जनगणना के फैसले को विपक्ष के संघर्ष और सामाजिक न्याय की जीत बताया। उन्होंने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार ने लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में देश में सबसे पहले जातीय जनगणना कराकर आरक्षण की सीमा 65 प्रतिशत तक बढ़ाई। डॉ. पासवान ने दावा किया कि बिहार विधानमंडल के सर्वसम्मत प्रस्ताव और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बावजूद केंद्र ने पहले इसे खारिज कर दिया था। हालांकि, विपक्ष के निरंतर दबाव और जनआंदोलन के कारण केंद्र को यह कदम उठाना पड़ा।
उन्होंने इस फैसले को स्वागत योग्य बताया।
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