नौनिहालों को चहक के माध्यम से पढ़ाई के प्रति बढ़ाएंगे रुचि
बांका,नगर प्रतिनिधिबांका,नगर प्रतिनिधि सरकारी स्कूल के पहली कक्षा में नामांकित नौनिहालों को अब रटाया नहीं खेल-खेल में पढ़ाया जाएगा। दर

बांका, नगर प्रतिनिधि सरकारी स्कूल के पहली कक्षा में नामांकित नौनिहालों को अब रटाया नहीं खेल-खेल में पढ़ाया जाएगा। दरअसल शिक्षा विभाग ने पहली कक्षा में नामांकित बच्चों को किताबों का बोझ न देकर खेलों के माध्यम से अक्षर ज्ञान देने का निर्णय लिया है। ताकि बच्चे स्कूल आने से डरे नहीं, बल्कि रुचि से स्कूल प्रतिदिन आना शुरू करें। इसके लिए विभाग ने तीन महीने का स्कूल रेडिनेन्स कार्यक्रम की शुरुआत की है। जो मिशन निपुण बिहार का हिस्सा है। इस मॉड्यूल से बच्चों को खेल-खेल में अक्षर ज्ञान, रंगों की पहचान, साफ सफाई की आदतें सहित नृत्य- संगीत तक सीखने का मौका मिलेगा। इसके लिए बिहार राज्य पाठय पुस्तक निगम द्वारा एक विशेष अभ्यास पुस्तिका तैयार की गई है।जो बच्चों को मानसिक तौर पर तैयार कर आसपास की दुनिया समझने में मददगार साबित होगा। हालांकि चहक स्कूल तत्परता कार्यक्रम जिले भर के सरकारी स्कूलों में पिछले तीन शैक्षणिक वर्षों से चलाया जा रहा है। इस साल भी प्राथमिक शिक्षा निदेशक सह निपुण बिहार के निदेशक साहिल ने डीईओ एवं डीपीओ समग्र को पत्र भेज कर जिले भर के स्कूलों में 21 अप्रैल से 15 अगस्त तक मॉड्यूल की गतिविधियां संचालित करने का निर्देश दिया है। इस संबंध में डीपीओ समग्र राजकुमार राजू ने बताया कि चहक की गतिविधियों के लिए विभाग ने एक विशेष कैलेंडर तैयार किया है। जिसके मॉनिटरिंग और संचालन की जिम्मेवारी समग्र शिक्षा को दी गई है। अगर गर्मी की छुट्टी, बाढ़ या अन्य कारणों से तय समय में कार्यक्रम की गतिविधियां पूरी नहीं हो पाती है। तो कार्यक्रम की तिथि को 15 अगस्त के बाद भी बढ़ाया जाएगा। यह कार्यक्रम जिले भर के स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। यदि किसी शिक्षक को दोबारा प्रशिक्षण की जरूरत होगी। तो इसके लिए भी जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनर की व्यवस्था की गई है। जिसके द्वारा शिक्षकों को एक दिवसीय उन्मुखीकरण कराया जाएगा।
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