तब लाइट बुझने व सायरन बजने पर छुपने की दी गई थी जानकारी
भगवानपुर के बुजुर्गों ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के समय का माहौल साझा किया। उन्होंने बताया कि युद्ध के दौरान दो पाकिस्तानी हवाई जहाज वहां से गुजरे थे, जिनमें से एक को भारतीय वायु सेना ने मार गिराया था।...

बुजुर्गों ने वर्ष 1971 के भारत-पाक के युद्ध के समय के माहौल पर की चर्चा कहा, भगवानपुर से गुजरे दो जहाजों को एक को मार गिराया, दूसरा भाग गया (पटना का टास्क) भगवानपुर, एक संवाददाता। जब बांग्लादेश को लेकर भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने युद्ध की घोषणा की थीं, तब भगवानपुर के लोगों को अफसरों व जवानों ने यह जानकारी दी थी कि जब लाइट बुझ जाए और सायरन बजने लगे, तब आपलोग सुरक्षित जगह पर चले जाएं। इसके लिए सुरक्षित जगह भी तय की गई थी। जब भारत-पाक के बीच वर्ष 1971 में युद्ध हुआ था, तब के माहौल पर भगवानपुर गांव के बुजुर्ग 80 वर्षीय सरतेज तिवारी, 75 वर्षीय नंदन पांडेय, 70 वर्षीय छोटेलाल पांडेय से बात की गई, तो उन्होंने यह जानकारी दी।
इन वृद्धों ने बताया कि युद्ध के दौरान भगवानपुर प्रखंड से पाकिस्तान के दो हवाई जहाज बहुत तेजी से गुजरे थे, जिसे भारतीय वायु सेना के हवाई जहाज द्वारा एक को बंगाल में मारकर गिराने तथा दूसरे जहाज को पाकिस्तान में भाग जाने की चर्चा हुई थी। लड़ाई के दौरान यह सुना गया था कि पाकिस्तान के यह दोनों हवाई जहाज पश्चिम बंगाल के हावड़ा पुल को उड़ाने के लिए चला था। लेकिन, भारतीय वायु सेना के आक्रमण में एक जहाज मार गिराया गया था। उन्होंने बताया कि 1971 के युद्ध को लेकर छोटे-छोटे बच्चों पर इसका कोई खास असर नहीं था। लेकिन, वयस्क रेडियो से भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध का समाचार एक जगह बैठकर सुनते थे। क्योंकि सभी के पास रेडियो नहीं थे।
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