जलस्तर खिसकने से शहर के समरसेबुल से कम निकल रहा पानी
भभुआ में तापमान बढ़ने के साथ ही जलस्तर खिसकने लगा है। हवाई अड्डा और राजेन्द्र सरोवर के आसपास के लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं। लोग रात में जगकर समरसेबुल चला रहे हैं ताकि दिन में घर के काम कर सकें।...

देर रात तक जगकर समरसेबुल चलाकर टंकी में पानी भर रहे हैं शहर के लोग शहर के हवाई अड्डा व राजेन्द्र सरोवर के आसपास के लोग अधिक है प्रभावित (पेज चार) भभुआ, हिन्दुस्तान संवाददाता। तापमान बढ़ते ही जलस्तर खिसकने लगा है। इससे भभुआ शहर के चापाकलों व समरसेबुल से कम पानी निकल रहा है। धीरे-धीरे उत्पन्न हो रही पानी की समस्या को देखते हुए शहरवासी पानी का उपयोग हिसाब से कर रहे हैं। जानकार सूत्रों की माने तो शहर के अवाई अड्डा व राजेन्द्र सरोवर के आसपास के लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं। लोग देर रात जगकर समरसेबुल चलाकर टंकी में पानी भर रहे हैं, ताकि दिन में घर के आवश्यक कार्यों का निष्पादन कर सकें। शहर के हवाई अड्डा के आसपास रहने वाले सत्येन्द्र सिंह, मनोज चौरसिया, अनिल प्रजापति व रविन्द्र कनौजिया ने बताया कि गर्मी रफ्तार पकड़ते ही इस एरिया में जलस्तर खिसक रहा है। इस कारण घरों में लगे समरसेबुल से पानी कम निकल रहा है। दोपहर में तो समरसेबुल से बहुत कम पानी निकल रहा है। घर की महिलाएं रात में जगकर समरसेबुल चलाकर टंकी में पानी भर रही हैं। महिलाओं को इस बात का डर सता रहा है कि अगर पानी में टंकी नहीं रहा तो सुबह में नित्यक्रिया, खाना पकाने, बर्तन व कपड़ा धोने व अन्य कार्यों के निष्पादन में परेशानी होगी। सरोवर सूख जाने से उत्पन्न हो रही समस्या भभुआ। शहर के राजेन्द्र सरोवर पोखरा सूख जान के कारण आस-पास के इलाकों में पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है। लोगों का कहना है कि राजेन्द्र सरोवर पोखरा सूख जाने के कारण जलस्तर खिसक रहा है। इस कारण घरों में लगे समरसेबुल से पानी कम निकल रहा है। मुहल्ले के विशाल सिंह, अनिल तिवारी, श्रीकांत चौबे व महेन्द्र साह ने बताया कि राजेन्द्र सरोवर पोखरा सूख जाने से गर्मी का मौसम आते ही पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है। पहले जब राजेन्द्र सरोवर में पानी भरा रहता था तब आसपास के का जलस्तर बरकरार रहता था। प्लांट से निकल रहा हजारों लीटर पानी भभुआ। शहर में पानी का प्लांट बैठाए जाने से भी पेयजल की समस्या उत्पन्न होने की बात कही जा रही है। जानकार बताते हैं कि भभुआ शहर में एक दर्जन से भी अधिक पानी का प्लांट बैठाया गया है। कुछ लोग हर दिन जमीन से हजारों लीटर पानी निकालकर जार में बेच रहे है। वह 20 लीटर के जार में शहर की दुकानों तथा शादी-विवाह समारोह में पानी की आपूर्ति कर रहे हैं। धरती से हजारों लीटर पानी निकाले जाने से शहर में जलस्तर खिसक रहा है, जिससे घरों में लगे समरसेबुल से पानी कम निकल रहा है। फोटो-22 अप्रैल भभुआ- 13 कैप्शन- भभुआ के अखलासपुर बस पड़ाव के बाहर मरम्मत के अभाव में बंद पड़ा चापाकल। (सिंगल फोटो)
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।