मलेरिया रोग के लक्षण की पहचान कर तुरंत उपचार कराएं
विश्व मलेरिया दिवस पर एसीएमओ के नेतृत्व में सदर अस्पताल से जागरुकता रैली निकाल आमजनों को किया जागरूक बिना मच्छरदानी लगाए नहीं सोएं, साफ-सफाई पर दें खास ध्यान

विश्व मलेरिया दिवस पर एसीएमओ के नेतृत्व में सदर अस्पताल से जागरुकता रैली निकाल आमजनों को किया जागरूक कहा, मलेरिया जैसी घातक बीमारी से लड़ने में बरतें सावधानी बिना मच्छरदानी लगाए नहीं सोएं, साफ-सफाई पर दें खास ध्यान (पेज चार की फ्लायर खबर) भभुआ,हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। विश्व मलेरिया दिवस पर शुक्रवार को अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शांति कुमार मांझी के नेतृत्व में सिविल सर्जन कार्यालय से एएनएम स्कूल की छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली। एसीएमओ ने कहा कि मलेरिया रोग के लक्षण की पहचान कर तुरंत उपचार कराएं। मलेरिया रोग से लड़ने के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है। बिना मच्छरदानी के नहीं सोएं और घर के अलावा आसपास में साफ-सफाई पर ध्यान दें। रैली में शामिल छात्राएं मलेरिया से सबको बचाना है, स्वस्थ समाज को बढ़ावा देना है, मलेरिया से जंग है जारी, इससे लड़ना है सबकी जिम्मेवारी, आवाज उठाओ, मलेरिया को जड़ से मिटाओ जैसे नारे लगा रही थीं। रैली के माध्यम से आमजनों को मलेरिया से बचाव की जानकारी देते हुए जागरुक किया गया। मलेरिया से बचाव के लिए आमजनों से कहा गया कि घरों या आसपास में गंदा पानी जमा नही होने दें, अन्यथा इनोफिल मच्छर जन्म लेकर मलेरिया रोग पैदा करेंगे। आमजनों को जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सत्य स्वरूप, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी रोहित कुमार, उत्तम कुमार तथा सीएफएआर के जिला प्रतिनिधि अशोक कुमार ने जागरूक किया। चिकित्सकों ने मलेरिया बुखार के लक्षण, इसकी पहचान, बचाव के उपाय और उपचार के बारे में जानकारी दी। कहा कि मच्छरजनित इस रोग के प्रति आज भी लोगों में जागरूकता की कमी है। मच्छरों के काटने को लोग हल्के में लेते हैं, लेकिन मलेरिया के कुछ प्रकार खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसलिए विश्व मलेरिया दिवस पर मलेरिया के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए अभियान चलाया गया। एनोफेलीज मच्छर के काटने से मलेरिया होता है। मलेरिया के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से दिखा लिया जाए, तो व्यक्ति कुछ ही दिनों में स्वस्थ हो सकता है। इस कारण होता है मलेरिया बुखार डॉ. सत्य स्वरूप, ने बताया कि मलेरिया एक परजीवी के कारण होता है, जो आमतौर पर एक निश्चित प्रकार के मच्छर मादा एनोफिलीज द्वारा मानव की त्वचा में परजीवी स्पोरोजोइट्स जमा करने से होता है। मलेरिया बुखार में रोगी को कंपकपी के साथ तेज बुखार होता है। लेकिन सिर दर्द, उल्टी और अचानक ठंड लगना इसके मुख्य लक्षण हैं। इसके शुरूआती लक्षणों में सर्दी-जुकाम, पेट में गड़बड़ी दिखाई देती है। उसके बाद धीरे-धीरे जोड़ों में दर्द और सिर में दर्द के साथ बुखार शुरू हो जाता है। कभी-कभी रोगी में नब्ज तेज होना और तेज दस्त की शिकायत भी होती है। मलेरिया के कारण रोगी के रेड ब्लड सेल्स नष्ट हो जाते हैं। पानी जमा नहीं होने दें आईएमए के अध्यक्ष डॉ. डीके सिंह मिंटू ने बताया कि मलेरिया एक घातक बीमारी है। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति को हमेशा पूरी बाजू के कपड़े पहना कर रखें। इसके अलावा उसे मच्छरदानी में सोने को कहें। घर के अंदर क्वाइल जलाकर रखें। अगर कहीं गंदा पानी इकट्ठा हो तो उसमें ऑयल डाल दें। पानी न जमा होने दें। फोटो- 25 अप्रैल भभुआ- 10 कैप्शन- सदर अस्पताल परिसर से शुक्रवार को निकाली गयी जागरुकता रैली में शामिल एएनएम स्कूल की छात्राएं व अन्य।
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