Bihar Agricultural University Launches One Scientist One IPR Initiative for Innovation and Patenting ‘वन साइंटिस्ट वन आईपीआर पर काम करेगा बीएयू : कुलपति, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsBhagalpur NewsBihar Agricultural University Launches One Scientist One IPR Initiative for Innovation and Patenting

‘वन साइंटिस्ट वन आईपीआर पर काम करेगा बीएयू : कुलपति

फोटो है  आईपीआर दिवस पर दो दिवसीय सेमिनार हुआ शुरू पद्मश्री आरसी चौधरी ने भी

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरSun, 27 April 2025 04:23 AM
share Share
Follow Us on
‘वन साइंटिस्ट वन आईपीआर पर काम करेगा बीएयू : कुलपति

भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर ‘वन साइंटिस्ट वन आईपीआर पर कार्य करेगा। हर जिले से नवाचार और उत्पाद को चिह्नित किया जाएगा। हमारा क्षेत्र विविधताओं से भरा क्षेत्र है, इसे हमें अधिक से अधिक उत्पादन में बदलकर नए पेटेंट लेने की आवश्यकता है। स्टार्टअप्स के उत्पाद को विविधीकरण करने की जरूरत है। एक उत्पाद पर निर्भर न रहें। यह बातें बीएयू के कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह ने शनिवार को कही। वे बौद्धिक सम्पदा अधिकार दिवस (आईपीआर) दिवस के अवसर पर दो दिवसीय संगोष्ठी के उद्घाटन पर बोल रहे थे।  कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति सहित मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. आरसी चौधरी, आईआईटी खड़गपुर के केवी अय्यर, सी डेक पटना के निदेशक डॉ. आदित्य कुमार सिन्हा, जयपुर के निदेशक डॉ. रवि गोयल, प्रधान वैज्ञानिक शिवदत्त शर्मा और निदेशक अनुसंधान डॉ. एके सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता अर्जुन मंडल मौजूद रहे।

निदेशक अनुसंधान ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कॉन्फ्रेंस के विषय पर अपनी बातें विस्तार से रखी। मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. चौधरी ने काला नमक धान के जीआई हासिल करने के बाद इसके व्यावसायिक फायदे के बारे में अपना अनुभव साझा किया। डॉ. केवी अय्यर ने कहा की मौजूदा एग्री स्टार्टअप्स के लिए चुनौतियां तो हैं, लेकिन अवसरों के बाजार भी खुले हुए हैं। डॉ. आदित्य कुमार सिन्हा ने इनोवेशन के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि बौद्धिक संपदा व्यक्तिगत रूप से नहीं बल्कि सामूहिक या संस्थागत रूप से हासिल करना बेहतर है।

 डॉ. रवि गोयल ने बौद्धिक संपदा की शक्ति के बारे में चर्चा की। डॉ. शिव दत्त शर्मा ने आईपीआर को व्यावसायिक रूप से उपयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर स्टार्टअप्स पर आधारित पुस्तकों एवं समाचार, पत्र, पत्रिकाओं का विमोचन भी किया गया। 

इस मौके पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर मार्केटिंग (नियाम) जयपुर और बीएयू के बीच एमओयू किया गया। इसके तहत विवि के स्टार्टअप्स को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण विपणन कौशल सिखाने में मदद मिलेगी। पद्मश्री डॉ. चौधरी ने अपनी लिखी पुस्तक कुलपति और निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. आरके सोहाने को सौंपा।  इस अवसर पर कृषि डीन डॉ. एके साह, डॉ. फिजा अहमद, वरीय वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार, शैल बाला देई सहित अन्य मौजूद थे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।