बाढ़-सुखाड़ की तैयारी अभी से करें, श्रावणी मेला में पहले से बेहतर सुविधाएं हो: डिप्टी सीएम
डीएम ने आपदा, श्रावणी मेल, विधि व्यवस्था सहित विभिन्न योजनाओं की पीपीटी पर दी जानकारी

भागलपुर, प्रधान संवादददाता। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अध्यक्षता में रविवार को समाहरणालय के समीक्षा भवन में आपदा, विधि व्यवस्था और श्रावणी मेला 2025 के पूर्व तैयारी की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। इसमें जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने तमाम तैयारियों के बारे में बिंदुवार अवगत कराया। बैठक में डिप्टी सीएम ने कहा कि बाढ़-सुखाड़ के लिए अभी से तमाम तैयारी करें और श्रावणी मेला-2025 की तैयारी में कोई कसर नहीं होनी चाहिए। डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछली बार जो व्यवस्था की गई थी उससे भी बेहतर काम करना है। श्रावणी मेला में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए योजनाओं को धरातल पर उतारें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़-सुखाड़ (आपदा) से संबंधित तैयारी, श्रावणी मेला 2025 की तैयारी के अलावा विधि व्यवस्था, ईएसआईसी अस्पताल की जमीन, पर्यटन सुविधा विस्तार के लिए रेलवे की जमीन का हस्तांतरण, विक्रमशिला में केन्द्रीय विश्वविद्यालय, पीरपैंती पावर प्लांट की जमीन और गंगा पर रेल ब्रिज से संबंधित भू-अर्जन की स्थिति के बारे में भी जानकारी दी गई। तमाम विषयों पर पीपीटी के माध्यम से प्रगति बतायी गई। उपमुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त बांधों को बाढ़ से पहले दुरुस्त करने का निर्देश दिया। उप मुख्यमंत्री ने बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक कार्य कराने और मेला को सुसज्जित करने, कांवरियों की सुविधा को बढ़ाने का निर्देश दिया। मुंगेर-मिर्जाचौकी पथ की समीक्षा के क्रम में उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जनता की सुविधा को देखते हुए हर हाल में सितंबर माह से पूर्व पथ को तैयार कर लिया जाए। बैठक में विधायक पवन कुमार यादव, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कांत और उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया ऋतुराज प्रतापसिंह, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन कुंदन कुमार सहित सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। सुल्तानगंज जहाज घाट पर रेलवे की जमीन के उपयोग के लिए किया है पत्राचार जिलाधिकारी ने बताया कि श्रावणी मेला में बीते साल आने वाले शिव भक्तों की संख्या 2 करोड़ 11 लाख थी। श्रद्धालुओं के लिए व्यापक इंतजाम किए गए थे। इस बार श्रावणी मेला 11 जुलाई से 9 अगस्त 2025 तक किया जाना है, जिसकी पूर्व तैयारी के लिए जिला स्तरीय बैठक की जा चुकी है। सुल्तानगंज जहाज घाट के निकट रेलवे की 7 एकड़ भूमि पर पर्यटन की दृष्टिकोण से सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। राजस्व और भूमि सुधार विभाग के माध्यम से यहां रेलवे की अनुपयोगी भूमि श्रावणी मेला अवधि में जनहित में उपयोग के लिए पत्राचार किया गया है। रेल पुल के लिए भू अर्जन के अभिलेखों की प्रारंभिक जांच हो रही बैठक में डीएम ने बताया कि विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए कहलगांव अंचल के अंतीचक में 117 एकड़ और मलकपुर में 98 एकड़ कुल 215 एकड़ भूमि अर्जन की प्रक्रिया प्रारंभ करने का निर्देश मिला है। राज्य कर्मचारी बीमा निगम अस्पताल की स्थापना के लिए सबौर आंचल में बिहार सरकार की भूमि का सशुल्क हस्तांतरण के प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए आयुक्त को प्रस्ताव दिया गया है। पीरपैंती में बनने वाले पावर प्लांट की जमीन के जमीन अधिग्रहण प्रक्रियाधीन है। गंगा में रेलवे ब्रिज के लिए भू अर्जन से संबंधित अभिलेखों की प्रारंभिक जांच की जा रही है। इसी साल पीरपैंती थर्मल प्लांट और विक्रमशिला में केन्द्रीय विवि के शिलान्यास का लक्ष्य बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बताया कि भागलपुर में श्रावणी मेला को लेकर विशेष तैयारी हर साल की जाती है। बैठक के दौरान इसपर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। श्रावणी मेला के दौरान और किस तरह की विश्वस्तरीय इंतजाम और तैयारी की जाय इसको लेकर अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ की स्थिति में व्यापक नुकसान को कैसे रोका जाय या कम किया जाय इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। विक्रमशिला विवि और पीरपैंती थर्मल पॉवर प्लांट के शिलान्यास की तैयारियों को तेज करने को कहा गया है। इन दोनों परियोजनाओं को लेकर लक्ष्य तय कर इसी साल शिलान्यास की तैयारियों को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। वहीं चिराग पासवान के विधान सभा चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल को डिप्टी सीएम टाल गए। उन्होंने इसपर कोई टिप्पणी नहीं की।
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