संभावित हीट वेव एवं सुखाड़ की तैयारी में जुटा प्रशासन
डीएम ने बैठक की, संबंधित विभागों को तैयारी दुरुस्त रखने को कहा लू से बचाव

भागलपुर, वरीय संवाददाता। इस बार भीषण गर्मी पड़ने की आशंका के मद्देनजर हीटवेव और सुखाड़ की संभावना प्रबल दिख रही है। इस प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने शुक्रवार को संबंधित विभागों के तमाम पदाधिकारियों के साथ बैठक की और एहतियाती कदम के लिए 24 घंटे तैयार रहने को कहा है। बैठक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी को हीटवेव चलने के दौरान क्या करें, क्या ना करें, इसका पंफलेट जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्रत्येक गांव में वितरित करवाने के लिए कहा गया है। डीएम ने कहा कि हीटवेव के दौरान बस एवं छोटे वाहनों में भी पानी एवं ओआरएस की व्यवस्था रहनी चाहिए। डीएम ने प्रभारी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को हीटवेव से बचाव को लेकर प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से नियमित रूप से प्रचार-प्रसार करवाने का निर्देश दिया।
बैठक में बताया गया कि पंचायत स्तर तक लोगों को लू से बचाव के लिए जागरूक करना होगा। लोगों को बताना होगा कि लू से बचाव के लिए खाली पेट नहीं रहना चाहिए। धूप में नंगे पांव नहीं चलना चाहिए। बच्चों को वाहन में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। भोजन से पहले साबुन एवं हैंड वॉश से हाथ धोना चाहिए। उल्टी एवं दस्त के समय ओआरएस का घोल पीना चाहिए। तरबूज, खीरा और मौसमी फल का भरपूर सेवन करना चाहिए। घर से निकलते समय पानी का बोतल हमेशा अपने साथ रखना चाहिए। ठंडे पानी से नहाना चाहिए। अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। धूप में बाहर जाने से बचना चाहिए। हल्के एवं ढीला पूरी बांह का कपड़ा पहनना चाहिए। बाहर निकलना आवश्यक हो तो छतरी एवं धूप चश्मा लगाकर ही बाहर निकलना चाहिए।
एसी युक्त आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने का निर्देश
समीक्षा भवन में डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने एसएसपी हृदय कांत की उपस्थिति में आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देशों की समीक्षा की। बैठक में सिविल सर्जन को भागलपुर के सभी अस्पतालों में हीट वेव से संबंधित दवा और ओआरएस की उपलब्धता रखने और आइस पैक, एसी युक्त आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने का निर्देश दिया गया। डीएम ने कहा, आशा कार्यकर्ता के माध्यम से जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र और सभी विद्यालयों में ओआरएस का पैकेट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दिया जाए। पीएचईडी पूर्वी और पश्चिमी प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को 25 अप्रैल तक जिले के सभी चापाकल को ठीक करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने अभियंताओं को कहा कि बीडीओ से पता कर लें कि कहां-कहां चापाकल खराब है। बीडीओ की सूची के मुताबिक खराब चापानल को दुरुस्त करा लें। शिक्षा विभाग भी अपने विद्यालयों में खराब चापाकल को दुरुस्त करवा ले।
पशुओं को बचाने के उपायों पर भी दिए निर्देश
समीक्षा के दौरान जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे अपने चलंत एंबुलेंस के माध्यम से पशु चिकित्सा की व्यवस्था दवा के साथ रखने और सभी कैटल ट्रफ (नाद) को पानी के साथ चालू रखने के लिए प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं पानी की समस्या हो तो पीएचईडी तुरंत ठीक कराएगा। उन्होंने पशुपालकों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया।
पुलिस गाड़ियों में भी पानी के बोतल व ओआरएस रखें : एसएसपी
बैठक में एसएसपी हृदयकांत ने कहा कि गर्मी के मौसम में दिन में चलने से बचना चाहिए। सुबह उठें और सुबह ही अपने काम को निपटा लें और फिर शाम में तीन बजे से अपने काम करें। उन्होंने पुलिस वाहन में भी पानी का बोतल और ओआरएस रखवाने के निर्देश दिए। साथ ही भीषण गर्मी एवं लू से बचाव को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश का व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने का सुझाव दिए।
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