शाम होते ही हो जाता है अंधेरा, गोला गिरने का डर लेकिन अपनी सेना पर भरोसा
ब्लैक आउट होने पर घर के अंदर मोबाइल पर खबरें देखते हैं खिड़कियां बंद रहती

भागलपुर, हिन्दुस्तान टीम। शाम होते अंधेरा हो जाता है, कभी सायरन बजता है तो कभी आकाश में तेज रोशनी होती है। पूरी रात दहशत में गुजरी। पंजाब के होशियारपुर में रहकर पट्टे पर टाइल्स लगाने का काम करने वाले नारायणपुर के रविन कुमार ने यह बात शुक्रवार को अपने परिजनों को बतायी। परिजनों ने बताया कि रात में ही रबिन का फोन आया था, लेकिन तब उतना नहीं समझ पाया था। रबिन ने बताया कि रात में ज्यादा दहशत वाली स्थिति लगती है। गुरुवार को पूरी रात तो जागकर काटनी पड़ी, क्योंकि ऐसा लगता था कि कहीं गोला न गिर जाए।
डर जैसा माहौल हो गया था। दरअसल गुरुवार की शाम के बाद पाकिस्तान ने सीमाई क्षेत्रों में हमला कर दिया था जिसका भारतीय सेना ने पूरी रात मुंहतोड़ जवाब दिया। भागलपुर से बड़ी संख्या में लोग राजस्थान, गुजरात और पंजाब में काम करने जाते हैं। कुछ लोग जम्मू कश्मीर में भी रहते हैं। इन राज्यों में रहने वाले भागलपुर के लोग अभी दहशतजदा हैं। गुरुवार की रात पाकिस्तान के हमले के बाद गोराडीह प्रखंड के कई गांवों में लोग चिंतित हो गए हैं। प्रखंड के सोनूडीह गांव के मणिकांत मंडल, जितेश कुमार, पिंटू कुमार गुजरात के विभिन्न शहरों में मजदूरी कर रहे हैं। इन लोगों ने अपने परिजनों को बताया कि हमलोग मोबाइल पर युद्ध की खबर देखते हैं। जहां काम करते हैं वहां भी लोगों में हमेशा पाक-भारत लड़ाई की ही चर्चा होती है। लेकिन सबसे अधिक भय रात में लगा रहता है। बॉर्डर एरिया पर रहने के कारण कहीं अचानक हमला न हो जाए। इससे रात में ठीक से सो भी नहीं पाए। ये लोग रोज गांव में अपने परिजनों से बात कर वहां की स्थिति से अवगत कराते हैं। वहीं परिजन भी अपने बेटों को घर आने को कह रहे हैं, लेकिन घर आने पर पेट कैसे भरेगा इसकी खातिर आ नहीं पा रहे हैं। इसी गांव के अमर कुमार आनंद पंजाब के लुधियाना में काम करता है। उसने भी अपने घरवालों को फोन कर बताया कि यहां अभी ऐसा कुछ हुआ नहीं लेकिन डर लगा रहता है। पैसों की खातिर चाहकर भी घर नहीं जा पा रहे हैं। वहीं परिजनों का भी कहना है कि अपने देश की सेना पर पूरा विश्वास है। वो पाकिस्तानियों को धूल चटाकर हमलोगों को सुरक्षित रख लेंगे। गंगटी गांव के कमल किशोर मंडल अपने पूरे परिवार के साथ और सचिन मंडल, पवन मंडल भी गुजरात के विभिन्न शहरों में मजदूरी करने पर मजबूर है। खानपुर पंचायत के दौलतपुर के रहने वाले सुधांशु कुमार जो परिवार बच्चों के साथ लुधियाना में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार और सेना पर पूरा भरोसा है। लुधियाना में रहकर कंपनी में काम कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। ब्लैक आउट होने पर अंधेरे में घर के अंदर बंद रहते हैं। ऑफिस विद्यालय में छुट्टी दे दी गई है। यहां कोई खतरा की बात नहीं है। परिवार एवं रिश्तेदार से संपर्क बनाए हुए हैं।
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