बोले भागलपुर: वार्ड 39 में नाला के पानी निकासी का इंतजाम हो
भागलपुर के मौलानाचक क्षेत्र में जर्जर सड़कें, पेयजल की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। स्थानीय लोग नाले के पानी की निकासी, बिजली के जर्जर तार और स्कूल की अनुपस्थिति से परेशान हैं। वार्ड पार्षद...
भागलपुर के मौलानाचक समेत आसपास के क्षेत्रों में समस्या का अंबार देखने को मिल रहा है। जर्जर सड़क, नाला के पानी की निकासी, बिजली के जर्जर तार और पोल के साथ पेयजल की समस्या गंभीर है। लंबे समय से इस इलाके में सड़क का निर्माण कार्य नहीं हुआ है। सप्लाई वाटर की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को पीने का पानी खरीदना पड़ता है। स्नान और घरेलू उपयोग के लिए जरलाही डीप बोरिंग से लोगों को पानी ढोकर लाना पड़ता है। आबादी के अनुरूप डीप बोरिंग और प्याऊ का लाभ नहीं मिल पाता है। वार्ड नंबर 39 के मौलानाचक, गनीचक, कसाब टोला, शहबाज नगर, बदरे आलमपुर समेत कई इलाके में लोग समस्याओं से जूझने के लिए मजबूर हैं।
वार्ड 39 के इलाके में बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई स्कूल की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए वार्ड पार्षद नगर निगम की जमीन पर स्कूल खोलने की मांग कई बार कर चुके हैं। इलाके में बड़ी आबादी के बावजूद स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था नहीं होने से इलाज के लिए मरीजों और उनके परिजनों को भागलपुर सदर अस्पताल और जेएलएनएमसीएच मायागंज जाना पड़ता है। जलजमाव के कारण कई बार गंदा पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर जाता है। आम दिनों में तो क्षेत्र के लोगों को परेशानी होती ही है, बारिश होने पर समस्या अधिक बढ़ जाती है। वार्ड नंबर 39 के अंतर्गत पड़ने वाले क्षेत्र के विकास के लिए स्थानीय पार्षद ने कई बार महापौर को आवेदन देकर नगर निगम प्रशासन से गुहार लगाई गई है। पुराने प्याऊ से जलापूर्ति के लिए विभिन्न जगहों पर पाइप लाइन बिछाने एवं तत्काल पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई। बुडको द्वारा जलापूर्ति के लिए जो पाइपलाइन है वह भी पूरे इलाके में नहीं बिछाई गई है। जिन जगहों पर पाइपलाइन बिछायी गयी है, वहां भी लोगों को कनेक्शन नहीं करने के कारण पानी नहीं मिल पाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बुडको द्वारा बिछायी गयी पाइपलाइन को देखकर लगा कि अब उनलोगों को जल्द ही पानी की समस्या दूर हो जाएगी, लेकिन कई वर्ष बीत जाने के बाद भी लोगों को पानी मिलने का इंतजार है। बुडको द्वारा पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़क को काटने के बाद टूटी सड़क छोड़ दी जाती है, जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत होती है। छोटे रोजगार और रोज कमाने खाने वाले लोगों की आबादी इस इलाके में अधिक है। सरकारी योजनाओं के लाभ से भी इस इलाके के लोग वंचित हैं।
स्थानीय निवासी अब्दुल सरवर कुरैशी ने बताया कि पिछले कई वर्षो से बड़ी आबादी और धार्मिक आस्था वाले वार्ड की समस्याओं को लेकर पार्षद द्वारा नगर निगम में प्रस्ताव दिया गया, लेकिन अभी तक विकास कार्य की स्थिति मंद पड़ी हुई है। जिसके कारण इलाके के स्थानीय लोग बदतर जीवन जीने को विवश हैं। इस क्षेत्र की समस्या के समाधान के लिए स्पेशल पैकेज से नाला निर्माण कार्य कराने की योजना बनाने से ही इस क्षेत्र के लोगों को इस नारकीय जीवन से मुक्ति मिल सकती है। आबादी के अनुरूप न तो यहां पानी की उपलब्धता है और न ही साफ-सफाई के लिए पर्याप्त सफाईकर्मी हैं। इस इलाके में कई और प्याऊ बनाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री आवास के लिए जितने लोगों द्वारा आवेदन किया जाता है, उसमें से काफी कम लोगों का ही चयन हो पाता है। जिससे कई जरूरतमंद इस योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं।
उन्होंने बताया कि नाला की निकासी और साफ-सफाई की व्यवस्था का अभाव है। जबतक नाला के पानी की निकासी के लिए नाला निर्माण नहीं किया जाता है तब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सकता। भागलपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला है लेकिन वार्ड 39 समेत पूरा दक्षिणी क्षेत्र योजना से पूरी तरह से वंचित है। शहरी क्षेत्र में भी स्मार्ट सिटी की झलक गिने चुने जगहों पर ही दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी क्षेत्र समेत पूरे शहर का विकास किए बिना स्मार्ट सिटी की परिकल्पना पूरी नहीं हो सकती है। इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन को ध्यान देकर बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य करने की जरूरत है।
नाला के पानी का सड़कों पर होता है जमाव
वार्ड नंबर 39 की पार्षद शाहिदा खातून ने बताया कि इलाके की सबसे बड़ी समस्या नाला के पानी निकासी की व्यवस्था का नहीं होना है। इससे लोगों को सड़क पर गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की कमी होने के कारण उनके द्वारा कई बार व्यवस्था में सुधार के लिए नगर निगम प्रशासन को आवेदन दिया गया है लेकिन अभी तक योजनाओं पर कोई काम नहीं हुआ है। प्याऊ की सुविधा बढ़ाने और जगह-जगह जलजमाव की समस्या के समाधान के लिए पुल-पुलिया का निर्माण कराने की मांग की गई। अभी तक कोई विकास कार्य नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि मौलानाचक में बोरिंग की चारदीवारी का निर्माण कराया जाना चाहिए, जिससे उस जमीन पर अवैध कब्जा और अतिक्रमण होने से रोका जा सके। इसके लिए पिछले दो वर्षों से नगर निगम में प्रस्ताव दिया जा रहा है। इसके अलावा कई जगहों पर जर्जर सड़क की जगह पीसीसी सड़क निर्माण कराए जाने की मांग की गयी है।
जर्जर सड़क से आवागमन में होती है परेशानी
मौलानचक के स्थानीय निवासी मो. वली आलम ने बताया कि करीब तीन दशकों से इस इलाके में सड़क का निर्माण कार्य नहीं कराया गया। सड़क बुरी तरह जर्जर हो चुकी है। इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों और राहगीरों को काफी परेशानी होती है। नाला के पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं से पानी निजी जमीन पर बहाना पड़ता है। बारिश के समय में मौलानाचक, चमेलीचक रोड में जगह-जगह जलजमाव की स्थिति बन जाती है। एक ओर जहां जर्जर सड़क और जलजमाव की समस्या लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है, वहीं पीने के लिए पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं होने से पानी खरीदकर लाना पड़ता है। गरीब तबके के लोगों को खरीदकर पानी पीना संभव नहीं हो पाता है।
बिजली के पोल और तार की हालत जर्जर
अब्दुल सरबर कुरैशी ने बताया कि इलाके में बिजली के पोल और तार की हालत जर्जर है। इस कारण हमेशा बड़ी दुर्घटना होने की संभावना है। कई बार बिजली विभाग को आवेदन देने के बावजूद पोल और जर्जर तार को नहीं बदला गया है। इलाके में नशे के बढ़ते चलन के कारण वार्ड 39 में अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि होती जा रही है। इलाके में नशेड़ियों के कारण सड़क पर चलने वाली महिलाओं और छात्राओं के मन में भय बना रहता है। उन्होंने बताया कि गलियों से कूड़ा उठाने के लिए हाथ ठेला उपलब्ध कराया जाय। डोर टू डोर कूड़ा उठाव के लिए नगर निगम को व्यवस्था सुनिश्चित करानी चाहिए। वहीं पनसल्ला चौक से गनीचक, मदरसा और आसापास की जर्जर सड़क और ढक्कन समेत नाला निर्माण कराने के लिए प्रस्ताव दिया गया है। जिसे अभी तक स्वीकृति नहीं मिल सकी है।
प्रधानमंत्री आवास योजना का नहीं मिल रहा लाभ
स्थानीय निवासी फरजाना ने बताया कि काफी अभावों में जीवन काटकर अपनी पढ़ाई पूरी की है। अब तक उन्हें केन्द्र या राज्य सरकार की किसी जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भी नहीं मिला है। आवेदन करने के बावजूद उनलोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है। नौकरी और रोजगार की तलाश में काफी प्रयास करने के बाद भी कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। जिससे आर्थिक रूप से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उनके पिता की मौत काफी पहले हो चुकी है। इसके बाद उनकी माता ने मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण किया। लेकिन अब बढ़ती उम्र के कारण उनके द्वारा मेहनत मजदूरी या कोई काम करना मुश्किल हो रहा है। केन्द्र और राज्य सरकार से उनलोगों की मांग है कि परिवार के भरण-पोषण के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ मुहैया करायी जाय, जिससे उनकी हालत में सुधार हो सके।
इनकी भी सुनिए
वार्ड 39 में नाला की समस्या के कारण गंदा पानी का निकास नहीं हो पाता है। जिससे बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है। सफाई मजदूरों की संख्या कम होने के कारण साफ-सफाई की व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है। स्थानीय लोगों के साथ इस क्षेत्र से गुजरने वालों को भी परेशानी होती है।
-मो. सन्नी कुरैशी
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अभी तक नहीं मिल सका है, इस कारण उनलोगों को जर्जर घर में रहना पड़ता है। हमेशा किसी अनहोनी का डर बना रहता है। वर्षों पहले उनके पति की मौत हो गई, जिसके बाद उन्होंने मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों का पालन-पोषण किया।
-नईमा
वार्ड 39 के अंतर्गत मौलानाचक में बोरिंग की चारदीवारी का निर्माण होना चाहिए। भागलपुर नगर निगम की जमीन को वर्तमान में अतिक्रमणमुक्त कराया गया है। इसपर तत्काल चारदीवारी का निर्माण होने से दोबारा अवैध कब्जा, अतिक्रमण या किसी तरह के विवाद की स्थिति से बचा जा सकता है।
-मो. इमरान
बारिश होने पर जलजमाव की समस्या बढ़ जाती है। नाला के पानी की निकासी नहीं होने के कारण गंदा पानी सड़क पर ही बहने लगता है। मौलानाचक खानकाह शहबाजिया के पास जलजमाव की स्थिति बन जाती है। भागलपुर जिले के हर क्षेत्र से लोग यहां इबादत, नमाज और बड़े कार्यक्रमों में पहुंचते हैं।
-मो. शहबाज आलम
वार्ड नंबर 39 में हाथ ठेला की जरूरत है। इससे छोटी गलियों में कूड़ा उठाने या सफाई का काम करने में परेशानी नहीं होगी। टोटो भी खराब पड़ा है। पुराने ठेला की मरम्मत कराने से ठेला कुछ ही दिन चल पाता है, जिससे फिर से वही समस्या बनी रह जाती है। इसके कारण मोहल्ले में डोर टू डोर कूड़ा उठाने में परेशानी होती है।
-मो. सरवर
नाला की सफाई नहीं होने के कारण नाला में गंदगी जमा हो जाती है। जिससे पानी आगे नहीं निकल पाता है। नाला की सफाई कराया जाना चाहिए, जिससे पानी आसानी से आगे की ओर निकल सके। बिजली के जर्जर तार से भी लोगों को हमेशा खतरा बना रहता है।
-रियाज अली
मौलानाचक खानकाह शहबाजिया के मुख्य द्वार से होकर शहबाज नगर पंचायत होते हुए अमरपुर रोड की ओर जाने वाले लगभग 1600 फीट लम्बी और 12 फीट चौड़ी सड़क का निर्माण कराया जाना है, लेकिन अब तक इस दिशा में काम आगे नहीं बढ़ सका है।
-मो. आसिफ
वार्ड 39 के अलग-अलग मोहल्ले में सड़क और ढक्कन समेत नाला निर्माण की मांग वर्षों से की जा रही है, लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र को पूरी तरह से उपेक्षित कर दिया गया है, जिसके कारण कोई भी विकास कार्य इस क्षेत्र में नजर नहीं आता है।
-मो. राजू कुरैशी
मौलानाचक, गनीचक, कसाबटोला, शहबाजनगर, बदरेआलमपुर, अलीनगर और चमेलीचक रोड समेत आसापास के इलाकों में अधिकतर एलईडी खराब पड़ी हुई है। नगर निगम प्रशासन द्वारा सभी पोल में लगाने के लिए करीब चार सौ पीस एलईडी की आवश्यकता है, जिसके लगने से अंधेरे में होने वाली दिक्कत से राहत मिलेगी।
-नन्हे कुरैशी
इस इलाके में बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी निवास करती है। सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल मौलानाचक खानकाह शहबाजिया मुस्लिम समाज के लिए आस्था का केंद्र है। इसको देखते हुए सरकार, जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन को इस क्षेत्र के विकास के लिए अलग से नीति बनाई जानी चाहिए।
-सहाबउद्दीन
नशे के बढ़ते चलन के कारण वार्ड 39 में अपराध की प्रवृति में लगातार वृद्धि होती जा रही है। इलाके में नशेड़ियों के कारण सड़क पर चलने वाली महिलाओं और छात्राओं के मन में भय बना रहता है। पुलिस प्रशासन द्वारा इस पर रोक लगाने और नियमित गश्ती की व्यवस्था होनी चाहिए।
-मो. सजीम
वार्ड 39 के विभिन्न मोहल्ले में गरीबी और अशिक्षा के कारण युवाओं में अपराध की प्रवृति आसानी से विकसित हो जाती है, जिसका खामियाजा असामाजिक तत्वों के साथ पूरे इलाके के लोगों को भुगतना पड़ता है। रोजगार और शिक्षा की पर्याप्त व्यवस्था मिले तो इस इलाके की पहचान और बेहतर हो सकती है।
-साहेबजान
शिकायतें
1.रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से नशा के कारोबार और नशेड़ियों के जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। शाम होते ही महिलाओं और बच्चियों के मन में भय बना रहता है।
2.मौलानाचक, कसाबटोला, गनीचक, शहबाजनगर, चमेलीचक, अलीनगर और बदरेआलमपुर समेत वार्ड 39 के इलाके में नाला के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
3.इलाके में हर ओर गंदगी फैली रहती है, साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं होने से हर जगह गंदगी पसरा दिखाई देता है, इससे राहगीरों को भी परेशानी होती है।
4.जलजमाव की समस्या के कारण जर्जर सड़क का पता नहीं चल पाता है, जिसके कारण कई बार लोग पानी के बीच गढ्ढे में गिरकर घायल हो जाते हैं।
5.बारिश होने पर पूरा इलाका नाला के पानी से भर जाता है, जिसके कारण इस क्षेत्र के लोगों की स्थिति नारकीय हो जाती है, जरूरी काम के लिए गंदे पानी से गुजरना पड़ता है।
सुझाव
1.गलियों से कूड़ा उठाने के लिए हाथ ठेला उपलब्ध कराया जाय, शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाव के लिए नगर निगम को व्यवस्था सुनिश्चित करानी चाहिए।
2.धार्मिक स्थल मौलानाचक खानकाह शहबाजिया मुस्लिम समाज के लिए आस्था का केंद्र है। सरकार और नगर निगम प्रशासन द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए नीति बनाई जानी चाहिए।
3.वर्षो पुराने जर्जर सड़क की जगह नयी सड़क बनाई जानी चाहिए। जिससे आसपास के सभी नागरिकों और वाहनों को आवागमन में सहूलियत हो।
4.बिजली के जर्जर तार और खराब पड़े पोल की जगह नई पोल और कवर्ड वायर लगाया जाना चाहिए, जिससे तार गिरने या करेंट लगने की संभावना से मुक्ति मिल सके।
5.मौलानाचक समेत इलाके के सभी मोहल्ले में नाला के पानी की निकासी के लिए स्थायी योजना बनाकर नाला निर्माण कराया जाना चाहिए। इससे जलजमाव की समस्या दूर होगी।
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