तीन दिन में आरोपी नर्स को शोकॉज तक नहीं दे पाया अस्पताल प्रशासन
भागलपुर में दो लड़कियां जो नर्सिंग का कोर्स कर चुकी थीं, उन्हें अस्पताल में दवा-इंजेक्शन देते हुए पकड़ा गया। बरारी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं...

भागलपुर, वरीय संवाददाता करीब आधा दर्जन सक्रिय पदाधिकारियों एवं कड़ी सुरक्षा को भेदते हुए निजी स्कूलों में नर्सिंग का कोर्स कर चुकी दो लड़कियां व्यस्त मेडिसिन विभाग में मरीजों को दवा-इंजेक्शन दे रही थी। पकड़ी गई तो बरारी पुलिस के हवाले कर दी गई। लेकिन अस्पताल प्रशासन का रवैया अब इस मामले में लीलापोती होने की तरफ इशारा कर रहा है। पहले तो अस्पताल प्रबंधन व प्रशासन ने पकड़ी गई दोनों नर्सों के खिलाफ बरारी थाने में आवेदन नहीं दिया तो मजबूरन पुलिस को दोनों को छोड्ना पड़ा। वहीं इस मामले के उजागर हुए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन दोनों नर्सों को अस्पताल में ड्यूटी कराने की आरोपी नर्स को अस्पताल प्रशासन एक शोकॉज थमा नहीं पाया। इस मामले में अस्पताल की मैट्रन रीता कुमारी ने कहा कि मेडिसिन विभाग के इंडोर में तैनात स्टाफ नर्स सीता कुमारी को अवकाश होने के कारण शोकॉज नहीं दिया जा सका। ये दीगर है कि सीता कुमारी बीते तीन दिन से लगातार नाईट शिफ्ट में नौकरी बजा रही है। गौरतलब हो कि 21 फरवरी को दोपहर बाद करीब पौने तीन बजे मेडिसिन के इंडोर वार्ड में मरीजों की सेवा करते अलीगंज क्षेत्र की दो नर्स मैट्रन द्वारा पकड़ी गई थी। जहां दोनों ने लिखित रूप से बताया कि वे लोग अस्पताल की स्टाफ नर्स सीता कुमारी के सपोर्ट से ही अस्पताल में नर्सिंग का अनुभव ले रही थी। हालांकि सीता कुमारी ने इन आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है।
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