पावापुरी मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई एमआरआई जांच
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पावापुरी मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई एमआरआई जांच ग्रामीण विकास मंत्री ने जांच केंद्र का किया उद्घाटन आसपास के 8 जिला के रोगियों को अब एमआरआई के लिए नहीं भटकना पड़ेगा प्राचार्य ने कहा इस कॉलेज में डायलिसिस भी शुरू कराने का किया जा रहा प्रयास फोटो : पावापुरी मेडिकल : पावापुरी मेडिकल कॉलेज में एमआरआई जांच केंद्र के उद्घाटन समारोह में शामिल ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार व अन्य। पावापुरी, निज संवाददाता। पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बुधवार को एमआरआई (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) जांच मशीन का विधिवत उद्घाटन ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने किया। इससे नालंदा के अलावा नवादा, शेखपुरा, जहानाबाद, लखीसराय, जमुई, कोडरमा समेत आसपास के आठ जिलों के हजारों रोगियों को अब एमआरआई जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। साथ ही, प्रबंधन द्वारा इस कॉलेज में डायलिसिस भी शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि अब तक एमआरआई जांच के लिए मरीजों को पटना या अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। इससे न सिर्फ समय की बर्बादी होती थी, बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ता था। पावापुरी मेडिकल कॉलेज में यह सेवा शुरू होने से गरीब और मध्यम वर्ग के मरीजों को काफी सहूलियत होगी। साथ ही कम समय में सटीक इलाज शुरू हो सकेगा। मौके पर प्राचार्य डॉ. सर्विल कुमारी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सिन्हा, उपाधीक्षक डॉ. अजय कुमार, डॉ. खुर्शीद दुर्रानी, डॉ. प्रेम प्रकाश, डॉ. नमन नेही, संजीव कुमार, रविरंजन, शशिभूषण मिश्रा, शैलेंद्र कुमार, घनश्याम वर्मा, संतोष कुमार, राधा कुमारी, सुबोध कुमार, रौशन, रविकांत व अन्य मौजूद थे। एमआरआई मशीन अत्याधुनिक तकनीक से लैस : अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि एमआरआई मशीन अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। इससे न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक, गैस्ट्रो और अन्य गंभीर रोगों की सटीक पहचान करना आसान हो जाएगा। सटीक जांच होने से सटीक इलाज करने में चिकित्सकों को आसानी होगी। काफी लंबे समय से लोग इस जांच को शुरू करवाने की मांग कर रहे थे। अब उनका सपना पूरा हुआ। जल्द शुरू होगी डायलिसिस सुविधा भी : प्राचार्य डॉ. सर्विल कुमारी ने यह भी घोषणा की कि आने वाले महीनों में पावापुरी मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस जैसी सुविधाएं भी शुरू की जाएंगी। ताकि यह अस्पताल एक पूर्ण और आधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में विकसित हो सके। इससे रोगियों को डायलिसिस करवाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस सेवा की शुरुआत होने से स्थानीय लोगों को एमआरआई जांच की सुविधा मिलने लगी है। इससे स्थानीय लोगों में उत्साह और खुशी की लहर है। मरीजों के परिजनों ने सरकार के इस कदम की सराहना की और कहा कि अब एमआरआई जांच के लिए दूर-दराज नहीं जाना पड़ेगा।
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