सेविका से महिला पर्यवेक्षिका के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी
प्रेक्षा गृह परिसर में हो रही थी अभ्यर्थियों की काउंसलिंग 63 पदों पर होनी है नियुक्ति छपरा, नगर प्रतिनिधि। सारण में आंगनबाड़ी सेविका से महिला पर्यवेक्षिका बनने को 63 पदों प

छपरा, नगर प्रतिनिधि। सारण में आंगनबाड़ी सेविका से महिला पर्यवेक्षिका बनने को 63 पदों पर बहाली के लिए शहर के भिखारी ठाकुर प्रेक्षा गृह में चल रही अभ्यर्थियों की काउंसलिंग प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हो गयी। अब 16 अप्रैल को जिला चयन समिति की बैठक जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में होगी। उसमें औपबंधिक मेधा सूची निकालने के बारे में निर्णय लिया जाएगा। वहीं फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी की उम्मीद संजोए अभ्यार्थियों में से कई अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग नहीं लिया। प्रेक्षा गृह के बाहर कई फर्जी अभ्यर्थी व उनके अभिभावक अंतिम दिन भी मंडरा रहे थे। लेकिन पकड़े जाने व प्राथमिकी की डर से वे काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए। हालांकि काउंसिलिंग में कुछ अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए जाने पर जांच के लिए भी रखा गया है। कुछ अभ्यर्थियों ने अंक पत्र एवं प्रमाण पत्र बनवाकर आवेदन किया है। उन पर काउंसलिंग टीम की विशेष नजर थी। जानकारी के मुताबिक कुछ अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज की भी कार्रवाई की जाएगी।मालूम हो कि डीएम ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी के लिए प्रयास करने वाली सेविकाओं पर प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई से भी प्रशासन परहेज नहीं करेगा। जांच में प्रमाण पत्र गलत पाये जाने पर संबंधित सेविकाओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। काउंसलिंग प्रक्रिया में अबतक शामिल नहीं होने वाले अभ्यर्थियों को भी मंगलवार को मौका दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, आवेदन करने वाली सभी सेविकाओं को काउंसिलिंग में बुलाया गया था। 63 पदों के लिए 756 अभ्यर्थियों को काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल होने के लिए चयन किया गया था।काउंसलिंग प्रक्रिया को सही तरीके से एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न करने के लिए जिलाधिकारी अमन समीर के स्तर पर पहले ही दिशा निर्देश आईसीडीएस की डीपीओ को जारी किया गया था। गाइडलाइन का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करने के लिए आईसीडीएस की डीपीओ कुमारी अनुपमा भी अपनी पूरी टीम के साथ काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान प्रेक्षा गृह में कैम्प कर रही थी। टोकन सिस्टम से अभ्यर्थियों को हो रही थी सहूलियत आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका के काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थियों की परेशानी कम करने के लिए इस बार भी जिला पदाधिकारी के निर्देश पर विशेष कार्य योजना बनाई गई थी। इसी कार्ययोजना के तहत अभ्यर्थियों को टोकन सिस्टम की भी सुविधा दी गई थी। प्रत्येक टीम में शामिल सदस्यों को यह जिम्मेवारी दी गई है थी कि वे अपने-अपने अभ्यार्थियों को प्रेक्षा गृह में आवंटित सीट पर ही बैठाएं। काउंसलिंग में भाग लेने वाली सेविका संजू कुमारी,सोनी कुमारी, मोनिका कुमारी ने बताया कि सुचारु व्यवस्था के कारण कोई परेशानी नहीं हुई। सब कुछ ठीक- ठाक रहा तो पर्यवेक्षिका बनने का सपना जल्द ही पूरा हो जायेगा। छह टेबुल के लिये अफसरों से ले कर्मियों तक की प्रतिनियुक्ति काउंसलिंग प्रक्रिया को सामान्य एवं सुचारु रूप से संपन्न करने के लिए जिला पदाधिकारी ने अलग -अलग छह टेबलों के लिए अलग-अलग पदाधिकारी से लेकर कर्मी तक की प्रतिनियुक्ति की थी। इनमें वरीय उप समाहर्त्ता मिंटू कुमार, रतन कुमार के अलावा जिला योजना पदाधिकारी राहुल रंजन, डायरेक्टर एनईपी सुनीता कुमारी,कला संस्कृति पदाधिकारी विभा भारती, सामाजिक सुरक्षा के एडीएसएस राहुल कुमार टीम में शामिल किए गए थे । टीम के सहयोग के लिये समुचित संख्या में कर्मियों की भी प्रतिनियुक्ति की गई थी। सुरक्षा के दृष्टिकोण से महिला पुलिस की तैनाती की गई थी।
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