सहयोगियों को हराने वाले हैं क्या... चिराग पासवान की पार्टी का जीतनराम मांझी पर पलटवार
बिहार चुनाव से पहले एनडीए में घमासान छिड़ गया है। चिराग पासवान और जीतनराम मांझी की पार्टी आमने-सामने हो गई हैं। चिराग के जीजा अरुण भारती ने मांझी पर पलटवार करते हुए सहयोगियों को हराने का लक्ष्य रखने का आरोप लगा दिया है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर एनडीए में सीट बंटवारे से पहले घटक दलों के बीच तकरार बढ़ रही है। चिराग पासवान की पार्टी लोजपा-रामविलास ने हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के सुप्रीमो जीतनराम मांझी पर पलटवार किया है। मांझी द्वारा चिराग के 243 सीटों पर तैयारी को लेकर सवाल खड़े करने के बाद एलजेपी-आर के सांसद अरुण भारती ने हम पर गठबंधन धर्म का पालन नहीं करने और सहयोगियों को हराने का लक्ष्य रखने का आरोप भी लगा दिया। चिराग के जीजा भारती ने मांझी का नाम लिए बिना पूछा कि उनकी कितनी सीटों पर तैयारी है।
लोजपा रामविलास के प्रदेश प्रभारी सह जमुई सांसद अरुण भारती ने बुधवार को कहा कि कुछ राजनीतिक शक्तियां चिराग पासवान की आरा में हुई रैली की सफलता से असहज हैं। उन्होंने पूछा कि चिराग की राज्य की सभी 243 सीटों पर तैयारी पर सवाल खड़ा करने वाले एनडीए के वरिष्ठ नेता (जीतनराम मांझी) ने अपनी तैयारी सीमित सीटों पर ही कर रखी है? क्या वे गठबंधन के सहयोगी को हराने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं?
बुधवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारती ने कहा, “हमारी पार्टी, हमारे नेता अपने एजेंडा और गठबंधन के एजेंडे पर आगे बढ़ रहे हैं। हम आगे भी अपने पार्टी के कार्यक्रम के हिसाब से बिहार के लोगों के समृद्धि और विकास के लिए बात करते रहेंगे।”
उन्होंने बिना नाम लिए हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी से पूछा कि क्या गठबंधन में रहते हुए वे गठबंधन के धर्म का पालन नहीं करेंगे। अगर आपकी तैयारी सिर्फ 10 या 20 या 30 सीट पर ही रहेगी?
इससे पहले जीतनराम मांझी ने एक दिन पहले चिराग पासवान का नाम लिए बिना कहा था कि उनकी रैलियों में भीड़ का सिर्फ माहौल बनाया जाता है। यह सिर्फ दिखावा है, उनका जमीनी समर्थन नहीं है। मांझी ने समय आने पर अपनी ताकत दिखाने की भी बात कही थी।