चिराग के काफिले में 10 कार नारे लगाने वालों की; मांझी ने कहा- समय आने पर हम दिखा देंगे
चिराग पासवान की रैली में आई भीड़ प सवाल उठाते हुए हम के संस्थापक जीतन राम मांझी ने बिना नाम लिए हमला बोला उन्होने कहा कि ऐसी रैलियों में 10 कारों में सिर्फ नारेबाजी करने वाले होते हैं। मजबूत लोग बोलते नहीं, कमजोर लोग ज्यादा बोलते है। वक्त आने हम अपनी ताकत दिखा देंगे।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक सह केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने बिना नाम लिए चिराग पासवान पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि आरा में हुई लोजपा (आर) की रैली में जुटी भीड़ पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मुझे पता चला है कि किसी एक जगह 20 गाड़ियां ले जाई जाती हैं। उनमें से 10 गाड़ियां सिर्फ नारेबाजी करने वालों की होती हैं। बाकी 10 गाड़ियां दूसरी जगह भेज दी जाती है, ताकि वहां भीड़ का माहौल बनाया जा सके। यह सिर्फ दिखावा है, जमीनी समर्थन नहीं। मांझी ने कहा कि वक्त आने पर अपनी ताकत दिखा देंगे।
जीतन मांझी के इस बयान पर लोजपा आर के प्रदेश प्रभारी और जमुई से सांसद अरुण भारती ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होने एक्स पर लिखा कि अगर कुछ वरिष्ठों को चिराग जी की रैली की सफलता से असहजता हुई है, तो हम उसे भी आशीर्वाद ही मानते हैं। संघर्षशील समाज के लोगों को मेहनत करनी पड़ती है, मजबूत लोग तो तिरस्कार कर आराम फरमाते हैं। ‘जाकी रही भावना जैसी...’
पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने खुलासा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें दो लोकसभा सीटें और एक राज्यसभा सीट देने की बात हुई थी। लेकिन एक लोकसभा सीट दी गई। इसके बावजूद हम चुप रहे। क्योंकि हम अनुशासन में विश्वास रखने वाली पार्टी हैं। हमने गठबंधन धर्म निभाया, जबकि कुछ लोग हर मुद्दे पर खुलकर बोलते हैं और दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। मांझी ने कहा कि कुछ लोग तो इमामगंज चुनाव में जाने से भी मुकर गये थे। मगर, हम एनडीए के अनुशासित साथी हैं, अगर कोई देह चमका कर बात करता है तो यह उनको ही मुबारक हो।