IIT Dhanbad s Geological Museum Included in National Directory of Science Museums आईआईटी के जियोलॉजिकल म्यूजियम को मिली राष्ट्रीय पहचान , Dhanbad Hindi News - Hindustan
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आईआईटी के जियोलॉजिकल म्यूजियम को मिली राष्ट्रीय पहचान

आईआईटी धनबाद का जियोलॉजिकल म्यूजियम अब राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद की निर्देशिका में शामिल हो गया है। यह संग्रहालय 1926 में स्थापित हुआ था और भू-वैज्ञानिक नमूनों का एक समृद्ध भंडार प्रस्तुत करता...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादSat, 14 June 2025 06:04 AM
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आईआईटी के जियोलॉजिकल म्यूजियम को मिली राष्ट्रीय पहचान

धनबाद, मुख्य संवाददाता। आईआईटी के जियोलॉजिकल म्यूजियम को राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) ने डायरेक्टरी ऑफ साइंस म्यूजियम्स एंड साइंस सेंटर्स इन इंडिया में शामिल किया गया है। एनसीएसएम भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन है। यह राष्ट्रीय स्तर की निर्देशिका न केवल देशभर के प्रमुख विज्ञान संग्रहालय और विज्ञान केंद्रों को सूचीबद्ध करती है, बल्कि उसमें प्लैनेटेरियम (ग्रहालयों) की विस्तृत जानकारी भी शामिल है। आईआईटी का जियोलॉजिकल म्यूजियम एप्लाइड जियोलॉजी विभाग के तहत संचालित है। 1926 में स्थापित भू-वैज्ञानिक संग्रहालय भारत में अपनी तरह का सबसे पुराना संग्रहालय है। भू-वैज्ञानिक शिक्षा और अनुसंधान की समृद्ध विरासत का प्रतिनिधित्व करता है।

1,200 से अधिक प्रदर्शनों के साथ संग्रहालय भू-वैज्ञानिक नमूनों के एक जीवंत भंडार के रूप में कार्य करता है। राष्ट्रीय निर्देशिका में इसका समावेश संग्रहालय के शैक्षिक मूल्य और आउटरीच की एक महत्वपूर्ण मान्यता है। वैज्ञानिक जागरुकता और सीखने को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के प्रयास के हिस्से के रूप में संग्रहालय नियमित रूप से शैक्षणिक यात्राओं, स्कूल समूहों और विषयगत प्रदर्शनियों की मेजबानी करता है। क्यों खास है जियोलॉजिकल म्यूजियम: जियोलॉजिकल म्यूजियम में विभिन्न प्रकार की चट्टान, खनिज, क्रिस्टल मॉडल, जीवाश्म और पृथ्वी की प्रक्रियाओं और जीवन के विकास को समझाने वाले शैक्षिक मॉडल शामिल हैं। संग्रहालय विशेष रूप से अपने विविध और दुर्लभ संग्रहों के लिए जाना जाता है। इसके मुख्य आकर्षण में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय भू-वैज्ञानिक नमूनों का व्यापक प्रदर्शन शामिल हैं, जिसमें चट्टान, अयस्क, हाइड्रोकार्बन और उल्कापिंड शामिल हैं। इसमें विभिन्न भू-वैज्ञानिक युगों के व्यापक जीवाश्म रिकॉर्ड और प्राकृतिक और पॉलिश दोनों रूपों में रत्नों का एक प्रभावशाली संग्रह भी है। ये प्रदर्शन संग्रहालय को न केवल छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए बल्कि पृथ्वी विज्ञान में रुचि रखने वाले सामान्य आगंतुकों के लिए भी एक आकर्षक गंतव्य बनाते हैं।

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