बिहार का सीआरपीएफ जवान छत्तीसगढ़ में शहीद, अंतिम यात्रा में उमड़ा सैलाब
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शहीद सीआरपीएफ जवान दिलीप कुमार का पार्थिव शरीर बिहार के रोहतास (सासाराम) जिले में स्थित उनके पैतृक गांव चेनारी के सेमरी लाया गया। उनकी अंतिम यात्रा में जन सैलाब उमड़ पड़ा।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के प्रेशर बम से घायल बिहार निवासी सीआरपीएफ के जवान दिलीप कुमार शहीद हो गए। रोहतास जिले के चेनारी स्थित सेमरी गांव में गुरुवार को अंतिम यात्रा निकाली गई। इसमें हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बुधवार रात करीब डेढ़ बजे शहीद का पार्थिव शरीर चेनारी थाना पहुंचा था। सुबह 7 बजे काफी संख्या में लोग थाना परिसर पहुंच गए और वहां से सम्मान के साथ शहीद की अंतिम यात्रा निकाली गई।
लगभग पांच किलोमीटर तक 'शहीद दिलीप अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा, दिलीप तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय, वंदे मातरम' आदि नारे लगाते हुए चेनारी मुख्य बाजार से काली स्थान से शिवसागर रोड से पलौंधा गांव होते हुए अंतिम यात्रा सेमरी गांव पहुंची। इस काफिले में लगभग 10 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए। गांव के कई युवक हाथों में तिरंगा लिए नारे लगाते हुए नजर आए। गांव के स्कूल के पीछे सलामी देने के बाद उनकी निजी जमीन पर शहीद का दाह संस्कार किया गया।
इसके पहले गांव में शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही महिलाओं की करूण चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। शव के साथ पहुंचे सीआरपीएफ के अधिकारी पहले शहीद के घर के दरवाजे पर पार्थिव शरीर को ले गए। जहां जवान की पत्नी अनीता देवी अपने शहीद पति के शव को देख फूट-फूटकर रोने लगी। इस मातमी दृश्य को देखकर सभी की आंखें नम हो गईं।
शहीद दिलीप कुमार के पिता कपिलमुनि पासवान कभी अपने दोनों पोते रजनीश रंजन (10 वर्ष) और अनमोल रंजन (6 वर्ष) को संभालते हुए नजर आए। तो, कभी जवान की मां मनोरमा देवी को सांत्वना देने में लगे रहे। गांव के लोग पूरे परिवार को संभाल रहे थे। घटना से पूरे गांव में लोग नक्सलियों के प्रति आक्रोश देखा गया।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में गश्ती के दौरान जवान का पैर प्रेशर बम के ऊपर चले जाने से धमाका हो गया था। इसमें सीआरपीएफ जवान दिलीप कुमार को गंभीर चोट आई। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया। जहां मंगलवार की रात को उनका निधन हो गया। कागजी कार्यवाही के बाद में एयर एंबुलेंस से उनके पार्थिव शरीर को वाराणसी एयरपोर्ट लाया गया है। यहां से उनके पार्थिव शरीर को लेकर सीआरपीएफ के अधिकारी चेनारी पहुंचे।