लहेरियासराय : सूड़ी जाति को अत्यंत पिछड़ा में करें शामिल
वैश्य सूड़ी समाज महासंघ ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष अशोक नायक के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने डीएम राजीव रौशन को मांग पत्र सौंपा। इसमें सूड़ी उपजाति को अनुसूची दो से विलोपित कर अनुसूची एक अत्यंत पिछड़ा वर्ग...

वैश्य सूड़ी समाज महासंघ ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष अशोक नायक के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने डीएम राजीव रौशन को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम से मांग पत्र सौंपा। इसमें सूड़ी उपजाति को अनुसूची दो से विलोपित कर अनुसूची एक अत्यंत पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग की गयी है। ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष अशोक नायक ने कहा कि बिहार में वैश्य की उपजाति सूड़ी का शैक्षणिक, आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक स्तर अत्यन्त पिछड़ा है। सदियों से इस समाज के लोग पिछड़ेपन, उपेक्षा एवं शोषण के शिकार बनते आ रहे हैं। असमानता झेल रहे शोषित, वंचित, गरीब-गुरबा सूड़ी जाति की सरकारी नौकरियों एवं शिक्षा के क्षेत्रों में भी शैक्षणिक स्थिति अत्यंत दयनीय है।
इस कारण इस जाति के लोग रोजगार की तलाश में हर वर्ष दूसरे राज्यों में पलायन कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि मुंगेरी लाल आयोग ने भी सूड़ी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की सिफारिश की है। 29 दिसंबर 2015 को ओडिशा व झारखंड में सूड़ी जाति को अति पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में शामिल कर दिया गया। इस समाज की आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक एवं राजनीतिक भागीदारी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार अविलंब अन्य राज्यों की तरह सूड़ी उपजाति को अतिपिछड़ा वर्ग की श्रेणी में शामिल करे। शिष्टमंडल में संरक्षक श्याम किशोर प्रधान व ट्रस्टी सदस्य गोपाल गाड़ा भी थे। डीएम ने कहा कि मांग पत्र को मुख्यमंत्री तक भेज दिया जाएगा।
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