लोदीपुर नरसंहार: 5 हत्याएं और 15 को उम्रकैद, फिर भी नहीं थम रहा खूनी खेल; अब गवाह को किसने मार डाला
Lodipur Massacre: बता दें कि 4 अगस्त 2021 को जमीन को लेकर हुए विवाद में दर्जनों बदमाशों ने खेत जोत रहे लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं। नौ लोगों को गोलियां लगी थीं। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी। तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।

लोदीपुर नरसंहार: बिहार के नालंदा जिले के लोदीपुर गांव में 50 बीघे जमीन के लिए पांच लोगों की नृशंस हत्या हो चुकी है। इस मामले में 15 लोगों को उम्रकैद की सजा भी हो चुकी है। इसके बाद भी यह खूनी खेल नहीं रुक रहा है। बिहार के चर्चित लोदीपुर नरसंहार में मिट्ठू इस मामले का चश्मदीद गवाह था। अब मिट्ठू को किसने मार डाला? यह पुलिस के लिए किसी गुत्थी से कम नहीं है।
30 अप्रैल को जुवेनाइल कोर्ट मे उसकी गवाही होने वाली थी। हालांकि, किसी वजह से गवाही की तारीख बढ़ गयी थी। ग्रामीणों की मानें तो गवाही से रोकने के लिए ही उसकी हत्या की गयी है। इस मामले में पंचायत सरकार भवन का नाईट गार्ड शक के घेरे में है। लोगों का कहना है कि 10 दिनों तक शौचालय में बंद लाश की भनक उसे क्यों नहीं लगी।
4 अगस्त 2021 को जमीन को लेकर हुए विवाद में दर्जनों बदमाशों ने खेत जोत रहे लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं। नौ लोगों को गोलियां लगी थीं। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी। तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। मृतकों में धीरेन्द्र यादव, जद्दू यादव, महेश यादव, पिंटू यादव व शिवपाल यादव शामिल थे। वीरेंन्द्र, मंटू, मिट्ठू व परशुराम जख्मी हुए थे। इस मामले में 15 आरोपितों को पिछले साल उम्रकैद की सजा सुनायी गयी थी।
जुवेनाइल से संबंधित एक आरोपित को मामला अभी लंबित है। उसी मामले में मिट्ठू की गवाही होनी थी। हालांकि, घटना के बाद से ही पीड़ित परिवारों के घर के पास सुरक्षा के लिए होमगार्ड के तीन जवानों को तैनात किया गया था। उनकी तैनाती के बावजूद युवक की हत्या कर दी गयी।