बिरौल में वर्षों से कोर्ट का चक्कर लगाने वालों को मिली राहत
बिरौल में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें 190 मामलों का निपटारा हुआ। इसमें 131 आपराधिक मामले, 26 बैंक से संबंधित और 33 ग्राम कचहरी के मामले शामिल थे। वादियों ने सस्ता और सुलभ...

बिरौल। अनुमंडल मुख्यालय स्थित व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। उद्घाटन एसीजेएम प्रथम नरेश महतो, न्यायिक अधिकारी प्रियंशु राज, पप्पू कुमार पंडित एवं राकेश कुमार ने किया। लोक अदालत में मामलों के निपटारे के लिए गठित सभी चार बेंचों पर 190 मामलों का निपटारा किया गया। इसमें आपराधिक 131, विभिन्न बैंकों के महज 26 एवं ग्राम कचहरी से संबंधित 33 ओपन मामलों की सुनवाई कर न्यायिक अधिकारियों व पैनल अधिवक्ताओं ने समझौता कराया। इस दौरान वर्षों से न्यायालय के चक्कर लगा रहे दर्जनों वादियों में समझौता के तहत निपटारा होने से काफी खुशी दिखाई दे रही थी।
फरियादियों ने बताया कि यहां सस्ता व सुलभ न्याय मिला है। बड़गांव थाने के आहिसडीह गांव निवासी मो. मंजूर ने बताया कि वर्ष 2012 में गांव के मो. मुख्तार के साथ मेरे पिता की मारपीट हुई थी। इसके बाद थाना से लेकर मेरे पिता को न्यायालय का चक्कर लगाने में आर्थिक एवं शारीरिक काफी परेशानी हुई। पिताजी के गुजरने के बाद न्यायालय की ओर से आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से 14 वर्ष पुराने मामले का निष्पादन हो गया। कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के कुबोटन निवासी मीना देवी बताया कि गांव पड़ोसी मिश्री पंडित के साथ मारपीट हुई थी। 17 वर्षों के बाद लोक अदालत में निपटारा हो गया।
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