बिहार के वैशाली में ठांय-ठांय, क्लीनिक में घुसकर डॉक्टर को मारी गोली; गंभीर हालत में पटना रेफर
- गर्दन में गोली लगने के बाद कुर्सी पर गिरे डॉक्टर को लोगों ने टेंपो से हाजीपुर सदर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के दौरान गर्दन में फंसी गोली निकाली और बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया।

बिहार के वैशाली जिले में बेलगाम अपराधियों ने एक डॉक्टर के क्लीनिक में घुसकर गोली मार दी। बदमाशों ने कई राउंड फायरिंग की जिसमें गोली डॉक्टर साहब के गले में लग गई। बरांटी थाना क्षेत्र के मदारपुर चौक के पास बुधवार की रात 8 बजे की घटना है। बाइक सवार अपराधियों ने क्लीनिक में घुसकर होम्योपैथी के डॉक्टर को गोली मार दी। गर्दन में गोली लगने के बाद कुर्सी पर गिरे डॉक्टर को लोगों ने टेंपो से हाजीपुर सदर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के दौरान गर्दन में फंसी गोली निकाली और बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि गोली चलने की आवाज सुनकर हमलोग क्लीनिक पहुंचे तो डॉक्टर कुर्सी पर गिरे थे और गर्दन से खून रिस रहा था। तत्काल एक टेंपो वाले को बुलाया गया और उन्हें लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर की पहचान सदर थाना क्षेत्र के पानापुर लंगा निवासी स्व. रामनंदन सिंह के पुत्र डॉक्टर अखिलेश कुमार सिंह के रूप में हुई है। डॉ. अखिलेश कुमार मदारपुर चौक स्थित क्लीनिक पर बैठे थे। इसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने घटनास्थल से एक खोखा बरामद किया है।
इस मामले में बरांटी थानाध्यक्ष आशुतोष शुक्ला ने बताया कि पुलिस जांच पड़ताल कर अपराधियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। बदमाशों के भागने की दिशा में पुलिस तलाश कर रही है। इलाके के सीसीटीवी को भी खंगाला जा रहा है।
इधर औरंगाबाद में बुधवार को कुटुंबा थाना क्षेत्र के संडा-मटपा रोड में कंठी बिगहा मोड़ के समीप अपराधियों ने निजी क्लीनिक के कपाउंडर की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान इसी थाना क्षेत्र के जमुआ निवासी रंजीत पासवान (40 वर्ष) के रूप में हुई है। रंजीत औरंगाबाद जाने के लिए घर से बाइक से निकला था। अपराधियों ने उसे कंठीबिगहा मोड़ के समीप पुलिया के पास रोका और बैठकर बात की। इसके बाद उसके सीने में गोली दाग दी और पुलिया के नीचे फेंक दिया।
आस-पास खेत में काम कर रहे लोग गोली चलने की आवाज सुनकर घटनास्थल की ओर आए लेकिन तब तक अपराधी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए थे। बताया जाता है कि अपराधी दो की संख्या में थे और नहर के रास्ते महाराजगंज की ओर भाग गए। घटनास्थल से एक खोखा बरामद हुआ है। गोली किसने और क्यों मारी, इसका पता नहीं चल पाया है। घटना की सूचना मिलने पर कुटुंबा और अंबा पुलिस मौके पर पहुंच गई और तहकीकात में जुट गई। इधर आक्रोशित लोगों ने संडा के समीप पर एनएच 139 जाम कर दिया और नारेबाजी की। पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश जताया और मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की। एसडीपीओ-1 संजय पांडेय मौके पर पहुंचे और उन्होंने समझा-बुझाकर ग्रामीणों के आक्रोश को शांत कराया, तब जाकर जाम हटाया जा सका। फिर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।