किताब के ज्ञान के अतिरिक्त व्यावहारिक शिक्षा भी जरूरी : पूर्व संासद
किताब के ज्ञान के अतिरिक्त व्यावहारिक शिक्षा भी जरूरी : पूर्व संासदकिताब के ज्ञान के अतिरिक्त व्यावहारिक शिक्षा भी जरूरी : पूर्व संासदकिताब के ज्ञान क

खगड़िया, नगर संवाददाता बच्चों को किताब की शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक शिक्षा पर ज्यादा जोर देने की जरूरत है। तभी एक संपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण किया जा सकता है। यह बातें शहर के आवास बोर्ड रोड में कोशी सेंट्रल स्कूल के उद्घाटन के मौके पर पूर्व सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने रविवार को कही। उद्घाटन समारोह में नगर सभापति अर्चना कुमारी, आईएमए के अध्यक्ष डॉ प्रेम शंकर, सचिव डॉ शैलेंद्र कुमार, आइडीए के अध्यक्ष डॉ नागमणि नंदन, सचिव डॉ देवव्रत, डॉ पवन कुमार, डॉ एच प्रसाद, डॉ प्रभात कुमार, डॉ जैनेंद्र नाहर, डॉ नीतीश कुमार, डॉ सतीश, डॉ गुल सनोवर, डॉ रोहित शर्मा, डॉ प्रभांशु, संजीव प्रकाश, कस्टम ऑफिसर राजेश कुमार, नागेंद्र सिंह त्यागी, ई. धर्मेंद्र आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किए। वहीं डॉ अर्णव आलोक, मीरा सिंह, बैद्यनाथ सिंह, आर्किटेक्ट शुभम, डॉ ध्रुव ज्योति सिंह, शिक्षक सुभाष चौरसिया, बैद्यनाथ सिंह व डॉ सुमित कुमार ने भी कहा कि इस स्कूल में छात्रों को बेहतर शिक्षा मिले। इसके लिए जो प्रयास किया गया है। वह काफी बढ़िया प्रयास है। स्कूल के सीएमडी मनीष कुमार सिंह, डायरेक्टर राजीव चौहान और मैनेजिंग डायरेक्टर ज्योतिष कुमार ने कहा कि एक अच्छे विद्यालय को धरातल पर लाने के लिए वे लोग काफी दिनों से प्रयासरत थे। आज का दिन उनलोगों के लिए एक नई शुरुआत है। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था और शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करना होगा। इस दिशा में कोशी सेंट्रल स्कूल मिल का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में गुलशन कुमार देवांशु मिश्रा, मोहन कुमार बबलू, अविनाश कुमार, संजीत कुमार, सिद्धांत कुमार ,मिथुन कुमार, पवन कुमार शुभम कुमार शिवम कुमार आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
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