Baisakhi Fair at Venu Ghar A Cultural Celebration with Historical Significance वेणुगढ़ में वैशाखी मेले का आयोजन आज, लोगों में उत्साह, Kishanganj Hindi News - Hindustan
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वेणुगढ़ में वैशाखी मेले का आयोजन आज, लोगों में उत्साह

टेढ़ागाछ । एक संवाददाता वेणुगढ़ में वैशाखी मेले का आज, लोगों में उत्साहवेणुगढ़ में वैशाखी मेले का आज, लोगों में उत्साहवेणुगढ़ में वैशाखी मेले का आज, लो

Newswrap हिन्दुस्तान, किशनगंजTue, 15 April 2025 02:11 AM
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वेणुगढ़ में वैशाखी मेले का आयोजन आज, लोगों में उत्साह

टेढ़ागाछ, एक संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर वेणुगढ़ में वैशाखी मेले का आयोजन मंगलवार को किया जायेगा। जिसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है। मेले को लेकर स्थानीय लोगों में खासा उत्साह है। जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर टेढ़ागाछ प्रखंड में स्थित राजा वेणु से जुड़ा वेणुगढ़ का पौराणिक इतिहास चर्चा में रहा है। महाभारत काल में पांडवों के गुप्तवास से भी इस क्षेत्र का नाता रहा है। वेणुगढ़ में आज भी ईट के टीला एवं भग्नावशेष राजा वेणु का मंदिर क्षेत्र के लोगों के लिए पूजनीय है। प्रत्येक वर्ष वैशाखी पर्व पर राजा वेणु के मंदिर एवं गढ़ में भव्य मेला का आयोजन होता है। जिसमें दोनों संप्रदायों के लोग बड़ी संख्या में शरीक होते हैं। राजा वेणु के मंदिर में लोगों की इतनी अटूट आस्था है कि नि:संतान एवं रोगियों की मुराद पूरी होने पर कबूतर, छागर की बलि एवं मिठाई भेंट करने वाले वैशाखी पर्व पर हजारों की संख्या में पहुंचते हैं। 180 एकड़ में फैला राजा वेणु का यह टीला आज खंडहर में तब्दील होकर अतिक्रमण का शिकार हो रहा है। यहां आज भी ऐसी मान्यता है कि गढ़ की रखवाली अदृश्य आत्माएं करती है। गढ़ के पूरब दिशा में विशाल सूखे तालाब की मौजूदगी इन सब का आभास कराती है। यहां के लोग राजा वेणु को ग्रामीण देवता के रूप में सदियों से मान्यता देते आए हैं। यहां से जुड़ी एक और पुरानी मान्यता को लोग आज तक स्मरणीय है। जिसमें गढ़ के अंदर सूखे तालाब के संबंध में मान्यता है, कि इस तालाब के किनारे पान- सुपारी रख कर पूजन करने से शादी- विवाह एवं अन्य अनुष्ठानों में बर्तन की मांग करने पर इस तालाब से कालांतर में पीतल के बर्तन की प्राप्ति एक चमत्कार के रूप में होती थी। जिस के उपयोग के बाद लोग वापस तालाब को समर्पित करते थे। पुरातत्व विभाग की निगाह से दूर वेणु महाराज की इस धरोहर को आज तारणहार की जरूरत है। क्षेत्र वासियों का कहना है कि भारतीय पुरातत्व विभाग की पहल पर महाभारत कालीन इस विरासत को अमली जामा पहना कर इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की जरूरत है। इधर बैशाखी के अवसर पर वेणु महाराज मंदिर परिसर में साफ-सफाई व पूजा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि मनोज यादव,बुधराय सोरेन सहित दर्जनों लोग पूजा की तैयारी में लगे हुए थे। मुखिया प्रतिनिधि श्री यादव ने बताया मंगलवार की अहले सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगेगी। मेला के दिन स्थानीय पूजा कमेटी व प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा व मुलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करेगी।

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