Government Launches Unique Disability ID Card for Empowerment of Disabled Individuals आधार कार्ड की तरह अब दिव्यांगों का बनेगा यूनिक आईडी कार्ड, होंगे कई फायदे, Kishanganj Hindi News - Hindustan
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आधार कार्ड की तरह अब दिव्यांगों का बनेगा यूनिक आईडी कार्ड, होंगे कई फायदे

सरकार ने दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए यूडीआई कार्ड की पहल की है। 5 से 15 मई तक सभी प्रखंडों में शिविर आयोजित कर दिव्यांगों को विशेष पहचान पत्र दिया जाएगा। इससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेना...

Newswrap हिन्दुस्तान, किशनगंजSun, 4 May 2025 02:42 AM
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आधार कार्ड की तरह अब दिव्यांगों का बनेगा यूनिक आईडी कार्ड, होंगे कई फायदे

किशनगंज, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब आधार कार्ड की तरह दिव्यांगजनों को विशेष पहचान पत्र बनाया जायेगा। इसके लिए तैयारी जोर शोर से की जा रही है। आगामी 5 से 15 मई तक जिले के सभी प्रखंडों में शिविर आयोजित कर दिव्यांगजनों को यूनिक डिसेबिलिटी आइडी कार्ड बनाया जायेगा। डीएम की निगरानी में इस शिविर के आयोजन के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक रविशंकर तिवारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। शिविर के सफल आयोजन सहित शत-प्रतिशत दिव्यांगों को यूनिक कार्ड बनाने में शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायती राज, समाज कल्याण विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा सहयोग किया जायेगा।

इस कार्ड के बनने से दिव्यांगों को कई फायदे होंगे। उन्हें कई योजनाओं का लाभ मिलने का रास्ता साफ हो जायेगा। दिव्यांगजन अपने यूडीआईडी कार्ड का उपयोग वित्तीय सहायता, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और रोजगार जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों तक पहुंचने के लिए कर सकते हैं। आसान पहचान: यूडीआईडी कार्ड प्रत्येक दिव्यांग व्यक्ति को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करता है। विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी कार्ड) का मतलब है यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड । यह भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) की एक पहल है । यूडीआईडी कार्ड दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक सामान्य पहचान पत्र प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे लाभ और सेवाओं का लाभ उठाने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया जा सके। इसमें एक विशिष्ट आईडी नंबर, व्यक्तिगत विवरण और विकलांगता से संबंधित जानकारी शामिल है। भारत सरकार यूडीआईडी कार्ड रखने वाले सभी लोगों का डेटाबेस भी रखती है, जिससे उन्हें भविष्य में प्रासंगिक योजनाएं शुरू करने में मदद मिलेगी। जब किसी प्रकार की विकलांगता से पीड़ित व्यक्ति यूडीआईडी के लिए आवेदन करता है तो उसे यूडीआईडी आईडी कार्ड प्राप्त होगा, जिसे वह किसी भी सरकारी लाभ का लाभ उठाते समय दिखा सकता है यूडीआईडी कार्ड के उद्देश्य : विकलांग व्यक्तियों का राष्ट्रीय डाटाबेस बनाए रखना तथा प्रत्येक व्यक्ति को विशेष विकलांगता पहचान पत्र प्रदान करना। विकलांग लोगों को विभिन्न सरकारी लाभों के वितरण में खुलेपन, प्रभावशीलता और सरलता को बढ़ावा देना। कार्ड से लाभार्थियों के समग्र वित्तीय और शारीरिक विकास पर नजर रखना भी आसान हो जाएगा। यह डेटाबेस सरकार को विकलांग लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने में सहायता करेगा। यह कार्ड पूरे भारत में मान्य होगा। यूडीआईडी कार्ड की विशेषताएं और लाभ : विशिष्ट पहचान : यूडीआईडी कार्ड प्रत्येक दिव्यांग व्यक्ति को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करता है, जिससे एक विशिष्ट और व्यक्तिगत रिकॉर्ड सुनिश्चित होता है। विकलांगता संबंधी जानकारी : कार्ड में दिव्यांगता के प्रकार और सीमा के बारे में विशिष्ट विवरण शामिल होता है, जो प्राधिकारियों और सेवा प्रदाताओं के लिए एक मानकीकृत और स्पष्ट रिकॉर्ड प्रदान करता है। सुलभ सेवाएं: यूडीआईडी कार्ड विकलांग व्यक्तियों के लिए विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं और लाभों तक आसान पहुंच की सुविधा प्रदान करता है। ऑनलाइन पंजीकरण: दिव्यांग व्यक्ति यूडीआईडी कार्ड के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं, जिससे आवेदन प्रक्रिया सरल हो जाएगी और यह अधिक सुलभ हो जाएगी। केंद्रीकृत डाटाबेस: इस पहल का उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों का एक केंद्रीकृत डाटाबेस बनाना है, जिससे कुशल और लक्षित सेवा वितरण को बढ़ावा मिले। सरकारी योजनाओं तक आसान पहुंच: यूडीआईडी कार्ड होने से यह सुनिश्चित होता है कि दिव्यांग व्यक्ति सरकार द्वारा प्रदान किए गए विभिन्न लाभों, रियायतों और अधिकारों का आसानी से लाभ उठा सकते हैं। प्रमाणीकरण उपकरण: यूडीआईडी कार्ड एक विश्वसनीय प्रमाणीकरण उपकरण के रूप में कार्य करता है, जो सेवाओं या लाभों का उपयोग करते समय विकलांगता से संबंधित जानकारी के सत्यापन में सहायता करता है। सभी जानकारी एक ही स्थान पर: अब विकलांग व्यक्तियों को विभिन्न दस्तावेजों की कई प्रतियां बनाने, उन्हें रखने या अपने साथ ले जाने की आवश्यकता नहीं है। यह कार्ड सभी प्रासंगिक जानकारी एकत्र करेगा। दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सहायता: एक समान पहचान तंत्र प्रदान करके, यूडीआईडी कार्ड एक समावेशी वातावरण बनाने और विकलांग व्यक्तियों के लिए सहायता को बढ़ावा देने में योगदान देता है। इस कार्ड के उपयोग से लाभार्थी के समग्र वित्तीय और शारीरिक विकास की निगरानी की जाएगी। यूडीआईडी कार्ड के प्रकार : श्वेत कार्ड: यह कार्ड तभी जारी किया जाता है जब लाभार्थी की विकलांगता 40% से कम हो। पीला कार्ड: यह कार्ड तब जारी किया जाता है जब लाभार्थी की विकलांगता 40% से अधिक लेकिन 80% या उससे कम हो। ब्लू कार्ड: यह कार्ड तब जारी किया जाता है जब लाभार्थी की विकलांगता 80% से अधिक हो। बोले अधिकारी आगामी 5 से 15 मई तक दिव्यांगजनों को यूनिक डिसेबिलिटी आइडी कार्ड बनाने के लिए विभिन्न प्रखंडों में शिविर का आयोजन किया जायेगा। जिसकी तैयारी अंतिम चरण में है। यह कार्ड दिव्यांगों के लिए वरदान साबित होगा। इसके कई फायदे हैं। यह कार्ड सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में कारगर साबित होगा। रविशंकर तिवारी, नोडल पदाधिकारी सह सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई

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