बच्चों के समग्र विकास के लिए पढ़ाई के साथ पोषण जरूरी
बच्चों के समग्र विकास के लिए पढ़ाई के साथ पोषण जरूरी बच्चों के समग्र विकास के लिए पढ़ाई के साथ पोषण जरूरी

किशनगंज । एक प्रतिनिधि पोषण भी, पढ़ाई भी अभियान के तहत जिले के सभी बाल विकास परियोजना के सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को शुरू हुआ। किशनगंज सदर प्रखंड परिसर स्थित डीआरसीसी कार्यालय में प्रखंड क्षेत्र के पहले बैच के सेविकाओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन सीडीपीओ हर्ष कुमार के द्वारा किया गया। उन्होंने सेविकाओं को बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा, पोषण, और विद्यालय में नामांकन प्रक्रिया की बारीकियों पर विस्तार से जानकारी दी। सीडीपीओ हर्ष कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत एवं नगर परिषद क्षेत्र के सभी सेविकाओं को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अलग-अलग बैच में प्रशिक्षण कार्यक्रम में 19 से 29 मई तक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से 3 से 6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की शैली और प्रश्न की जुबान यानी खेल, चित्र, ध्वनि, और कहानी के माध्यम से प्रशिक्षण में सीखने पर ज़ोर दिया गया। सेविकाओं को यह बताया गया कि बच्चों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर उनके स्वाभाविक विकास और स्कूल से जुड़ाव को कैसे मजबूत किया जाए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अमन झा ,प्रणव कुमार, रमेश कुमार सहित सभी सेविका एवं बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी सेविका शामिल थे। पढ़ाई के साथ साथ पोषणऔर खेल जरूरी: आईसीडीएस डीपीओ जीनत यास्मीन ने बताया कि पढ़ाई के साथ साथ पोषण भी जरूरी है। बच्चे स्वस्थ होंगे तभी पढ़-लिख सकते हैं। अस्वस्थ बच्चों से बेहतर पढ़ाई असंभव है। उन्होंने कहा कि जिले के सभी 7 परियोजना में पोषण भी पढ़ाई भी अभियान के तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण की शुरुआत सोमवार को किया गया। तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षित करना है। कहा कि बच्चों का संपूर्ण व्यक्तित्व विकासआंगनबाड़ी से शुरू होता है। समग्र विकास के लिए खेल खेल में वर्ण, अक्षर, संख्या का ज्ञान देना है। पढ़ाई में खेल न हो तो वह बच्चों के लिए बोझिल हो जाती है। इसलिए बच्चों के पोषण और पढ़ाई बहुत जरूरी है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आंगनबाड़ी सेविकाओं को स्कूल पूर्व शिक्षा के साथ साथबच्चों बच्चों में सही पोषण के लिए सहूलियत होगी। इससे बच्चों के विकास की निगरानी व पोषण संबंधी जानकारी प्राप्त किया जा सकता है। राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समन्वयक मंजूर आलम ने बताया कि प्रशिक्षण में आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को दी जाने वाली स्वच्छता और सफाई की आदतें भी शामिल हैं। बच्चों के विकास में उनमें अच्छी पोषण संबंधी आदतें विकसित करने के लिए माता-पिता और समुदाय को शामिल करना भी कार्यक्रम का हिस्सा है। जिला समन्वयक ने यह भी बताया कि प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के लिए खेल आधारित गतिविधियों और साप्ताहिक खेल आधारित कैलेंडर पर मुख्य जोर दिया जाता है। -
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