सदर अस्पताल के सफाई व्यवस्था से आउटसोर्स एजेंसी की होगी छुट्टी
सदर अस्पताल के सफाई व्यवस्था से आउटसोर्स एजेंसी की होगी छुट्टी

लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जीविका कर्मी के दीदी की रसोई एवं पूछताछ काउंटर के सफलता पूर्वक संचालन एवं आउटसोर्स एजेंसी के सफाई व्यवस्था से असंतुष्ट राज्य स्वास्थ्य समिति ने बिहार के 45 बड़े मेडिकल एवं सरकारी अस्पताल के साथ स्थानीय सदर अस्पताल में जीविका के माध्यम से साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को एक अप्रैल से साफ सफाई के साथ सदर अस्पताल में मरीज एवं स्वास्थ्य कर्मी के उपयोग होने वाले कपड़े की धुलाई की जिम्मेदारी देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्णय की जानकारी देते हुए डीएस डॉ राकेश कुमार ने बताया कि जीविका के जिम्मे में सफाई व्यवस्था व कपड़े की धुलाई देने से आउटसोर्स एजेंसी द्वारा सफाई के नाम पर खानापूर्ति से राहत मिलेगी। सदर अस्पताल प्रबंधन के लाख प्रयास के बावजूद आउटसोर्स एजेंसी सफाई व्यवस्था को लेकर कभी गंभीर नहीं दिखती थी। जिसके कारण सदर अस्पताल के विभिन्न वार्ड व परिसर में पहले गंदगी को लेकर अस्पताल प्रबंधन फजीहत झेलती रही है। ज्ञात हो एक जनवरी 2023 से सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न सरकारी अस्पताल की साफ सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाले आउटसोर्स एजेंसी को अस्पताल प्रबंधन एवं जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा दर्जन भर से अधिक बार सफाई व्यवस्था में सुधार को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्टीकरण के साथ उनके भुगतान में कटौती जैसी कार्रवाई भी की जाती रही। इनसब के बावजूद खास कर जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था को लेकर स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ जनप्रतिनिधि व निरीक्षण के दौरान आने वाले राज्य एवं सेंट्रल स्वास्थ्य समिति टीम के द्वारा नाराजगी जाहिर की जाती रही है। सूत्रों के माने तो स्थानीय सदर अस्पताल सहित राज्य के लगभग अस्पताल में आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से सफाई की व्यवस्था को लेकर यही स्थिति रही है। जिसके कारण राज्य स्वास्थ्य समिति ने आउटसोर्स एजेंसी को सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था से छुट्टी करने के साथ जीविका के माध्यम से सफाई का निर्णय लिया है। स्थानीय सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था पर नगर परिषद के सभी 33 वार्ड की सफाई पर खर्च होने वाले 60 लाख के अपेक्षा प्रतिमाह 15 लाख रुपए का भुगतान आउटसोर्स एजेंसी को किया जा रहा है। बावजूद सफाई व्यवस्था से कभी विभाग संतुष्ट नहीं रहा है। जीविका के माध्यम से सदर अस्पताल की सफाई व्यवस्था में व्यापक सुधार के साथ सरकार को आर्थिक बचत भी होने की बात कही जा रही है। इधर सीएस डॉ बीपी सिन्हा ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर जीविका के माध्यम से सफाई की व्यवस्था सिस्टम को लागू किया जाएगा।
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