मुंगेर विवि में सत्र में देरी को लेकर छात्रों में आक्रोश
मुंगेर विश्वविद्यालय में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम का सत्र चार से पांच महीने पीछे चलने से छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। छात्रों ने राजद की छात्र इकाई के नेतृत्व में परीक्षा नियंत्रक का पुतला दहन...

मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम का सत्र लगभग चार से पांच महीने पीछे चलने के कारण यहां के छात्र-छात्राओं में भारी आक्रोश व्याप्त है। छात्रों ने अपने आक्रोश का प्रदर्शन बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल की छात्र इकाई के नेतृत्व में विश्वविद्यालय प्रांगण में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक का पुतला दहन और प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में पीयूष कुमार, अभिषेक, मुकेश कुमार, अंकेश कुमार, आशीष कुमार, परमवीर कुमार एवं संजीव कुमार समेत कई छात्र उपस्थित थे। मौके पर छात्रों ने चेतावनी दी है कि, यदि जल्द ही सत्र को नियमित नहीं किया गया तो आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है।
इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व राजद के विश्वविद्यालय छात्र इकाई के महासचिव कौशल मिश्रा ने किया। मौके पर उन्होंने कहा कि, सत्र की अनियमितता से छात्रों को अपने चार वर्षीय पाठ्यक्रम को पांच वर्षों में पूरा करने की आशंका सताने लगी है। इससे छात्र मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं और उनका भविष्य अधर में लटक गया है। उन्होंने कहा कि, चूंकि सीबीसीएस (चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) पर आधारित यह पाठ्यक्रम सेमेस्टर प्रणाली पर आधारित है, इसलिए प्रत्येक छह महीने पर परीक्षा ली जानी चाहिए। किंतु, वर्तमान में कक्षाओं से लेकर परीक्षाओं तक, हर स्तर पर देरी हो रही है, जिससे छात्रों का शैक्षणिक कैलेंडर पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। वहीं, छात्र नेता आनंद कुमार ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, परीक्षा नियंत्रक राजभवन और शिक्षा विभाग के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, जबकि स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि, विश्वविद्यालय सत्र को नियमित बनाए रखें, ताकि छात्र समय पर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें।
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