राजभाषा परीक्षा में फेल होने वाले एसआई को नहीं मिला एसीपी लाभ
- विभागीय कार्रवाई के कारण सूबे के 316 एसआई एसीपी लाभ से वंचित - तिरहुत

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बिहार पुलिस में लंबे समय के बाद एमएसीपी और एसीपी का लाभ इंस्पेक्टर व दारोगा को मिला है। इसमें विभागीय स्तर पर आयोजित होने वाली राजभाषा हिन्दी की परीक्षा में फेल होने वाले दारोगा व इंस्पेक्टर को एमएसीपी व एसीपी के लाभ से वंचित होना पड़ा है। जिसने विलंब से परीक्षा पास की है, उसी उतीर्णता की तिथि से एमएसीपी का लाभ दिया गया है।
एमएसीपी व एसीपी से लाभांवितों के वेतन में बढोतरी होगी। बीते 17 व 18 मार्च को एसीपी के लिए महानिदेशक पर्षद की हुई बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर लाभांवित इंस्पेक्टर, दारोगा व वंचितों की सूची जारी की गई है। 1300 दारोगा और 245 इंस्पेक्टर को एमएसीपी व एसीपी का लाभ दिया गया है। वहीं 316 दारोगा को विभिन्न कारणों से एमसीपी या एसीपी के लिए अयोग्य घोषित किया गया है। लाभ से वंचित 200 से अधिक दारोगा ऐसे हैं, जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही है या उन्हें वृहत विभागीय सजा मिली है। वहीं 2009 बैच के दारोगा व इंस्पेक्टर को पहली बार एमसीपी का लाभ मिला है।
गया में पोस्टेड 2009 बैच के दारोगा ददन प्रसाद 16 साल की नौकरी पूरी करने के बाद भी अब तक विभागीय स्तर पर होने वाली राजभाषा हिन्दी की परीक्षा पास नहीं हो पाए। इस कारण उन्हें एमसीपी का लाभ नहीं मिला है। सारण में पोस्टेड 2009 बैच के दारोगा मुकेश कुमार सिंह परीक्षा पास नहीं होने से एमएसीपी से वंचित हो गए हैं। वैशाली में तैनात श्याम बिहारी पासवान ने परीक्षा काफी विलंब से पास की, इसके कारण उन्हें देर से एमसीपी का लाभ मिला। उन्हें प्रथम एमसीपी का लाभ मिला है, जबकि इनके बैच के अधिकांश दारोगा तृतीय एमएसीपी का लाभ पा चुके हैं। इस तरह मुख्यालय से जारी सूची के अनुसार 20 से अधिक इंस्पेक्टर व दारोगा को परीक्षा विलंब से पास होने के कारण एमएसीपी का लाभ देर से मिला है।
तिरहुत में पोस्टेड 1994 बैच के इंस्पेक्टर हुए लाभ से वंचित :
तिरहुत रेंज के वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और शिवहर जिले में पोस्टेड 1994 बैच के इंस्पेक्टर को एमएसीपी का लाभ नहीं मिल पाया है। इसको लेकर इंस्पेक्टरों में नाराजगी देखी जा रही है। कई लोगों ने इसका कारण जानने के लिए डीआईजी कार्यालय में संपर्क किया है। उन्हें पता चला है कि रेंज से काफी विलंब से सूची जारी होने से उनके नाम पर महानिदेशक पर्षद की बैठक में विचार नहीं हो पाया है। अब वंचित इंस्पेक्टरों को बताया जा रहा है कि जून में होने वाले पर्षद की बैठक में उनके नाम पर विचार हो सकेगा। वहीं, मुजफ्फरपुर में दारोगा से इंस्पेक्टर में प्रोन्नत हुए 16 सब इंस्पेक्टर को एमसीपी का लाभ मिला है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।