शराबबंदी पर निगरानी के लिए हर वार्ड में बनेगी समिति
बिहार में शराबबंदी को मजबूत बनाने के लिए हर वार्ड में निगरानी समितियों का गठन किया जाएगा। पंचायतों, नगर निकायों और जीविका समूहों की भागीदारी से यह समितियाँ गांव-गांव जाकर शराब से जुड़ी गतिविधियों की...

मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। शराबबंदी पर निगरानी के लिए अब हर वार्ड में समिति बनेगी। पंचायतों, नगर निकायों और जीविका समूहों की इसमें सीधी भागीदारी होगी। गांव-गांव तक इसकी पहरेदारी होगी। बिहार में शराबबंदी को मजबूत बनाने की दिशा में यह कदम मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने उठाया है। विभाग ने इसको लेकर पत्र जारी कर बताया है कि अब पंचायत, नगर निकाय और जीविका समूहों की भागीदारी के साथ स्थानीय निगरानी समितियों का गठन किया जाएगा। ये समितियां गांव-गांव और वार्ड-वार्ड में निगरानी करेंगी। ताकि, किसी भी स्तर पर शराब से जुड़ी गतिविधियों को रोका जा सके। विभाग ने नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग और जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि शराबबंदी को जमीनी स्तर पर सफल बनाने के लिए निगरानी समितियों का गठन तत्काल किया जाए।
ये समितियां शराब के निर्माण, भंडारण, वितरण, परिवहन, बिक्री और सेवन से जुड़ी किसी भी गतिविधि की पहचान कर संबंधित विभाग को सूचना देंगी। इसके साथ ही, ग्रामीणों और आम नागरिकों को भी जागरूक किया जाएगा। ताकि, वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी प्रशासन को दें। इस अभियान में पंचायत प्रतिनिधियों, वार्ड पार्षदों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संगठनों और जीविका समूहों को विशेष रूप से जोड़ा जाएगा। सरकार का मानना है कि सामाजिक सहयोग के बिना शराबबंदी को पूरी तरह से लागू करना संभव नहीं है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार यह व्यवस्था पूरे बिहार में तत्काल प्रभाव से लागू की जाएगी। निगरानी समितियों को प्रशिक्षण, आवश्यक संसाधन और सूचना तंत्र से भी जोड़ा जाएगा। ताकि, वे न केवल सक्रिय रूप से कार्य कर सकें, बल्कि प्रभावशाली भी साबित हों। इसके लिए हर जिले में कार्यशालाएं आयोजित करने की योजना है।
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