दाखिले की मुहिम से जुड़े बच्चे, फिल्म बना दिया संदेश
मुजफ्फरपुर के बच्चों ने 'प्रवेशोत्सव' नाम की शॉर्ट फिल्म बनाई है, जो बिहार शिक्षा परियोजना के नामांकन अभियान में मदद कर रही है। किलकारी के बच्चों ने अभिनय और निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फिल्म...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। बच्चों की बनाई फिल्म नामांकन अभियान को आसान बना रही है। मुजफ्फरपुर किलकारी के बच्चों ने 'प्रवेशोत्सव' नाम की शॉर्ट फिल्म बनाई है। इसे बिहार शिक्षा परियोजना नामांकन अभियान के उपयोग में ला रही है।
जिले के पहली से छठी कक्षा के बच्चों ने मिलकर इसे बनाया है। वे बच्चे जो कल तक मंच पर आने से भी घबराते थे, उन्होंने न केवल अभिनय किया है बल्कि निर्माण से लेकर डॉयलॉग लेखन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बच्चों ने अभिनय के माध्यम से नामांकन अभियान की प्रक्रिया व विशेषताओं को बताया है। जिला स्कूल कैंपस के किलकारी के जंगल ट्रेल में फिल्म की शूटिंग हुई है। बच्चों ने अपने थिएटर प्रशिक्षक राजू सहनी के नेतृत्व में इसे तैयार किया है। खास यह कि इस फिल्म में बच्चों ने न केवल अभिनय किया है, बल्कि इसे शूट भी खुद किया है। जिन बच्चों ने इसमें अभिनय किया है और इसे तैयार किया है, उनमें अधिकांश सरकारी स्कूल के ही हैं।
बच्चों ने स्क्रिप्ट से लेकर एडिटिंग तक की
इस फिल्म को बनाने और अभिनय करने वाले लक्की, दिग्विजय, जिगर, विवेक समेत अन्य बच्चों ने कहा कि हमारे लिए यह पहला अनुभव रहा है। इससे पहले हमने मंच पर नाटक प्रस्तुत किया है। पहलीबार हम सबने मिलकर इस फिल्म को बनाया है। शुरू में घबराहट हो रही थी मगर हम सभी ने एक-दूसरे से सीखा और आज जब तारीफ मिल रही तो लग रहा कि हम भी कुछ कर सकते हैं। हमने नामांकन की पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली। उसके आधार पर हमने इसे बनाया है। हमलोगों में अधिकांश सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं और हमें पता है कि नामांकन से लेकर पढ़ाई का महत्व क्या है। स्कूल में किन-किन योजनाओं का लाभ मिलेगा, इसकी भी जानकारी हमने देने की कोशिश की है।
फिल्म में स्थानीय भाषा का किया गया है प्रयोग
हरिहरनारायण मिडिल स्कूल में पढ़ने वाली मयूरी व कोमल कहती हैं कि हमलोगों ने स्कूल से जुड़ने के बाद अपने जीवन में बदलाव देखा है। जब हमलोग नाटक करते हैं तो लोग हमारी बात सुनते थे। ऐसे में जब हमें ट्रेनिंग मिली तो अभिनय से जुड़ते गए। हम सभी सरकारी स्कूल के बच्चों ने पांच मिनट की शॉर्ट फिल्म में सरकारी स्कूल में प्रवेशोत्सव की सारी जानकारी दी है। इसमें साढ़े पांच साल से छह साल के बच्चों की कक्षा एक में प्रवेश को लेकर बताया गया है। स्थानीय भाषा का प्रयोग करते हुए हमने बताया है कि सरकार किस तरह का अभियान चला रही है और कैसे अभिभावक बच्चों के नामांकन के लिए पहुंच रहे हैं ताकि सभी आसानी से समझ सकें।
बच्चों ने बताया, टीका लगाकर किया जा रहा नामांकन में स्वागत
अभिनय के साथ ही एडिटिंग में सहयोग करने वाले चंदवारा म.वि. हिन्दी का छात्र दिग्विजय कुमार ने कहा कि इस शॉर्ट फिल्म में नामांकन अभियान को लेकर स्कूलों में क्या-क्या तैयारी की गई है, इसे हमने दिखाया है। यह फिल्म हमें पहचान देने के साथ ही आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखा गई है। आंगनबाड़ी केन्द्र के ऐसे बच्चे जिनकी उम्र साढ़े पांच से छह साल के बीच है, उनका किस तरह नामांकन कराना है, इसे भी फिल्म में दिखाया गया है। किलकारी की प्रमंडलीय समन्वयक पूनम कुमारी, डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान सुजीत कुमार ने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों ने जिस खूबसूरती के साथ इसे बनाया है, उसे देखकर अभिभावकों और बच्चों पर सकारात्मक असर पड़ रहा है।
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