हल्की बारिश में ही बही मिट्टी, मानसून में होगा भारी नुकसान
मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर मन में हल्की बारिश से मिट्टी बहने लगी है। स्मार्ट सिटी के सौंदर्यीकरण योजना के तहत मिट्टी भराई का काम हो रहा है, लेकिन बांधने में देरी हो रही है। अगले महीने मानसून के दौरान...

मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता हल्की बारिश में ही सिकंदरपुर मन के किनारे भरी गई मिट्टी बहने लगी है। लेक दो के इलाके में कुछ जगहों पर मिट्टी बहने के बाद पड़ी दरार साफ दिख रही है। यही हाल रहा तो मानसून के दौरान काफी नुकसान हो सकता है। स्मार्ट सिटी के लेक फ्रंट सौंदर्यीकरण योजना के तहत सिकंदरपुर मन को तीन हिस्सों (एक, दो व तीन) में बांट कर काम किया जा रहा है। इसके तहत लेक दो व तीन में अन्य कार्यों के अलावा मिट्टी भराई का काम चल रहा है। लेकिन, मिट्टी को बांधने के काम में देरी हो रही है।
लेक तीन में आरएस कॉलेज से सटे इलाके में करीब डेढ़ महीने पहले मिट्टी भरे जाने के बाद अब उसे बड़े-बड़े पत्थर, जाल आदि से बांधने के काम शुरू किया गया है। वहीं, लेक दो में संगम चौक के समीप से लेकर ब्रह्मपुरा नूनफर, किला घाट होते हुए डेरा गांव तक मिट्टीभराई का काम हो रहा है। लेकिन, इन इलाकों में मिट्टी को बांधने के काम में देरी हो रही है। इन परिस्थितियों के बीच अगले माह मानसून के समय से पहले आने की संभावना है। ऐसे में मिट्टी के मन में बहने से भारी नुकसान होगा। बह चुकी है एक करोड़ से अधिक की मिट्टी पहले भी ऐसा हो चुका है। बीते तीन वर्षों में बारिश के मौसम में एक करोड़ से अधिक की मिट्टी मन में बहने का अनुमान है। लेक फ्रंट प्रोजेक्ट को लेकर एजेंसी का चयन होने के बाद स्मार्ट सिटी ने 21 अक्टूबर 2021 को कार्यादेश जारी किया। हालांकि, करीब एक साल से अधिक समय बीतने तक सिर्फ सात प्रतिशत काम हुए। निर्माण के नाम पर मिट्टी भराई आदि करके खानापूर्ति की गई। बाद में तत्कालीन डीएम प्रणव कुमार के हस्तक्षेप व सख्ती के बाद काम में तेजी आई। इस दौरान पिछले साल अपेक्षाकृत कम नुकसान हुआ। हालांकि, इस बार हालात अलग हैं। बड़े इलाके में मिट्टीभराई हो चुकी है, लेकिन उनको बहने या कटाव से रोकने के लिए तकनीकी तौर पर बांधा नहीं जा सका है। 18 महीने का काम 44 महीने बाद भी अधूरा आरंभिक प्रोजेक्ट में शामिल होने के बावजूद शुरू से ही निर्माण की रफ्तार धीमी है। स्मार्ट सिटी ने लेक फ्रंट सौंदर्यीकरण का काम पूरा करने के लिए 18 महीने यानी डेढ़ साल की समय सीमा तय की थी। इसके तहत 20 अप्रैल 2023 तक काम पूरा करना था। काम पूरा नहीं होने पर कई बार अवधि बढ़ाई गई। 44 महीने से अधिक का समय होने के बावजूद काम अधूरा है। इस बीच स्मार्ट सिटी ने नया डेडलाइन तय करते हुए निर्माण एजेंसी को 30 जून तक काम पूरा करने को कहा है। लेकिन, काम की रफ्तार को देखते हुए समय पर लेक के तीनों हिस्सों में निर्माण पूर्ण होना मुश्किल ही लग रहा है। विभिन्न स्तरों पर निर्माण कार्य बाकी हैं। बारिश होने पर काम में भी बाधा उत्पन्न होगी। बजट में कटौती : एक नजर : प्रोजेक्ट : सिकंदरपुर लेक फ्रंट सौंदर्यीकरण बजट में कटौती : 38.03 करोड़ आरंभिक बजट : 177.14 करोड़ संशोधित बजट : 139.11 करोड़
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