बिहार में आफत की आंधी-बारिश; 24 जिलों में 41 लोगों की मौत, ट्रेनों की थमे पहिए, किसानों पर भी मार
बिहार में गुरूवार को हुई भीषण बारिश में अलग-अलग जिलों में 41 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा सीएम नीतीश के गृह जनपद नालंदा में 18 लोगों की जान गई। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को अनुग्रह राशि के तौर पर 4 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

बिहार में गुरुवार को 24 जिलों में तेज आंधी के साथ हुई मूसलधार बारिश और वज्रपात ने भारी तबाही मचाई। वज्रपात से 12 जिलों में 24 लोगों की मौत हुई, जबकि इस दौरान कई जिलों में आंधी में पेड़ गिरने से 17 लोगों की जान चली गई। इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली और जगह-जगह पेड़ और बिजली के पोल गिर गए। जिलों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, बारिश से फसलों, खास तौर पर गेहूं और मक्का की फसल को करीब 30 फीसदी तक नुकसान पहुंचा है। आम के टिकोले और लीची के मंजर तेज हवा में गिर गए। आंधी का असर बिजली आपूर्ति, रेल परिचालन और पटना एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही पर भी पड़ा है।
मौसम विभाग के मुताबिक, पटना के अलावा सुपौल, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, मधेपुर, अररिया, पूर्णिया और किशनगंज में भारी बारिश हुई। वहीं अन्य जिलों में हल्के से मध्यम स्तर की बारिश हुई। सुपौल के ही त्रिवेणीगंज में सबसे अधिक 116.2 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। राजधानी पटना में 42.6 मिलीमीटर बारिश होने के कारण निचले इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया। जमुई, लखीसराय और खगड़िया जिले में तेज हवा के कारण तार टूटने से कई घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही।
गोपालगंज में बारिश से करीब बीस हजार हेक्टेयर की काट कर सूखने व दौनी के लिए खेत-खलिहानों में रखी गई गेहूं की फसल भींग गई है। औरंगाबाद के हर प्रखंड में फसलों को नुकसान हुआ है। खेत-खलिहानों से रबी फसलों के बोझे उड़ गए। बिहारशरीफ में खेतों में तैयार गेहूं और मक्के की खड़ी फसल धरती पर सो गयी।उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण में बारिश के साथ तेज हवा के कारण खेतों में लगी गेहूं की फसल गिर गई।
तेज आंधी से कई जगहों पर पोल गिरने से कई जिलों में घंटों बिजली गुल रही। गोपालगंज जिले में 11 व 33 हजार केवीए की लाइन में आयी खराबी से ग्रामीण इलाकों में पिछले दस घंटे से बिजली आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। औरंगाबाद में 50 से अधिक बिजली के पोल क्षतिग्रस्त हो गए। कई मकानों व दुकानों के एस्बेस्टस उड़ गए। सासाराम प्रखंड के करवंदिया क्षेत्र के तेदूआं गांव में विशाल पेड़ बिजली के तार पर गिर गया। जिसे कई पोल क्षतिग्रस्त हो गया। काराकाट प्रखंड क्षेत्र में पेड़ गिरने आधा दर्जन पोल ध्वस्त होने की सूचना है। तिलौथू में भी पेड़ गिरने से पोल के साथ-साथ तार भी टूट गया है। रोहतास प्रखंड के रसूलपुर, राजपुर प्रखंड के कपसियां, तकिया के विश्वकर्मा मोड़ के समीप पुराना यानी विशाल पेड़ तार पर गिर गया है।
ओवरहेड तार पर गिरी टहनी, ट्रेनों का परिचालन बाधित
दानापुर रेल मंडल के आरा जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर तीन के ओवरहेड तार पर पेड़ की टहनी गिरने से उपकरण में खराबी आ गई। इससे दानापुर-आरा के बीच करीब डेढ़ घंटे तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। कुल्हड़िया में भी पेड़ गिरने से ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा।
गरज- तड़क के साथ बारिश
मौसम विभाग ने बिहार में 12 अप्रैल तक बारिश, मेघगर्जन व वज्रपात के साथ ही तेज हवा चलने का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए चेतावनी जारी की है। कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। शुक्रवार को राज्य के कई इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने और तेज रफ्तार के साथ हवा चलने की आशंका है। इस दौरान हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच रह सकती है। पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी और शिवहर जिले के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण एवं पश्चिमी चंपारण में आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
कृषि विभाग ने फसल नुकसान की रिपोर्ट 24 घंटे में मांगी
पटना। कृषि विभाग ने आंधी-बारिश से फसलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट जिलों से मांगी है। सभी जिल कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि आंधी-बारिश से फसलों को हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर विभाग को भेजें। उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को राज्य में बैठक में उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी जिला कृषि पदाधिकारी प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण कर क्षति का आकलन करें और रिपोर्ट शीघ्र विभाग को उपलब्ध कराएं।